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भीष्म पितामह कैसे लेटे बाणों की शय्या पर, जानें किस तरह से शरीर पर लगे थे बाण..

लॉकडाउन के दौरान टीवी पर टेलिकास्ट किया गया महाभारत महाभारत से जुड़ा फेक्ट

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नई दिल्ली। आज पूरा देश तेजी से फैल रही महामारी से जूझ रहा है, और लोगों को इस बड़ी आपदा से बचाने के लिये घर पर रहने की सलाह दी जा रही है। इन दिनों हर किसी की पहली जरूरत बन चुका है मनोरंजन का साधन टीवी। दर्शकों की इस जरूरत के समय में टीवी पर ऐसे सीरियल या धारावाहिक आ रहे हैं जिसे दर्शक बार बार देखना पसंद करते है। उन्हीं में से एक है रामायण और महाभारत।

दूरदर्शन पर प्रसारित होने वाले इन धारावाहिकों में यदि किसी सीन को बेहद सराहा गया है तो वह था महाभारत में भीष्म पितामह की बाणों की शय्या को। जिसमें भीष्म काफी दिनों तक उसमें लेटे दिखाए गए थे।

अब आप जानने को उत्साहित होगें कि आखिर इस बाणों की शैया पर वो लेटे कैसे थे। तो आज हम आपको इसके बारे में बताते है। महाभारत को बनाने का श्रेय बीआर चोपड़ा को जाता है और उन्हीं ने इस शैया को तैयार करवाया था। एक इंटरव्यू के दौरान उनके बेटे रवि चोपड़ा ने इस शैया से जुड़ा दिलचस्प किस्सा सुनाया था।

कैसे तैयार हुई थी भीष्म पितामह की शय्या?

एक पुराने इंटरव्यू में रवि चोपड़ा ने बताया, 'महाभारत में बाणों की शैया को बनाने के लिये भीष्म के शरीर में तीर आर-पार किया गया था और वो तीरों के चलते जमीन में गण गए थे। हमें दिखाना था कि वह उन्हीं तीरों की शय्या पर इतने दिनों तक लेटे भी रहे थे।'

रवि ने बताया, 'हम लोग उनके शरीर से तीर को आर-पार तो नहीं कर सकते थे लेकिन इस तरह से दिखाने के लिए तो हमने प्लेटें बनाईं थी। आधी प्लेटों को तीरों के निचले हिस्से में लगाया गया था इसके बाद भीष्म (मुकेश खन्ना) को उस प्लेट के ऊपर लिटा दिया गया। फिर इसके बाद उनके कपड़ों के नीचे दूसरी प्लेट डाली जाती थी। जिसमें तीर लगाने की जगह बनाई गई थी।

रवि चोपड़ा ने आगे बताया, 'उनके कपड़ों के नीचे मौजूद प्लेटों में हम बाकि के तीर डाल देते थे, ऐसे में लगता ये था कि तीर इनके जिस्म के आर-पार हो गए हैं। जब तक यह सीन चला उन्हें इस शैया घंटों लेटे रहना पड़ता था। हमने हर इंच पर तीरों की जगह बनाई थी जो देखने में बिल्कुल असली जैसा लगता था।' भीष्म की बाणों की शय्या बनाने में इतनी एहतियात बरती गई थी कि एक्टर को शूट करने के दौरान कोई चोट ना लगे।