—- मंच संचालक से एक बारगी नाराज हुए श्रीनिवास-कटारिया ने मनाया तो दिया ओजस्वी उद्बोधन मुख्य वक्ता के तौर पर आए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सह संगठन मंत्री श्रीनिवास राव जैसे ही मंच पर आए तो उन्हें माइक पकडऩे के साथ ही संचालक ने दो शब्द बालने का आग्रह कर दिया। एेसे में राव नाराज हो गए, उन्होंने सभी का संबोधन किया और फिर से अपनी जगह जाकर बैठ गए। एेसे में प्रतिपक्ष नेता गुलाबचंद कटारिया ने मंच से कहा कि दो शब्द यहां की परम्राओं का हिस्सा है, इसे अन्यथा नहीं लिया जाए। उन्होंने श्रीनिवास को फिर से बोलने के लिए कहा इस पर श्रीनिवास फिर से बोलने के लिए राजी हो गए। श्रीनिवास ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि इसे एक अंग्रेज ने बनाया था, आजादी का नेतृत्व करने की तथाकथित घोषणा की थी, लेकिन आज हमारी लीडरशिप कैसी है ये हर किसी को देखना होगा। उन्होंने कहा कि जो एक रात भूख से सोता है, उसे मालूम होता है कि भूख क्या होती है। देश की कई समस्याएं गिनाते हुए उन्होंने कहा कि विद्यार्थी परिषद का कार्यकर्ता जरूरत पडऩे पर बलिदान दे सकता है। विद्यार्थी परिषद व्यक्ति का निर्माण कर समाज परिवर्तन करता है। केवल सत्ता बदलाव से कुछ नहीं हो सकता। इस अवसर पर पूर्व गृह मंत्री व प्रतिपक्ष नेता गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि वे भी १७७३ से ७५ तक विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता रहे। उन्होंने अपने विचारों की जननी एबीवीपी को बताया। कार्यक्रम में कुलपति जेपी शर्मा ने कहा कि विशेष कार्यक्रमों के जरिए विवि जल्द ही युवाओं को रोजगारोन्मुखी शिक्षा की ओर मोडेग़ा। इसके लिए हमने स्कूल गुरु के साथ करार किया है। कार्यक्रम में प्रेसिडेंट हिमांशु बागड़ी, छात्र कल्याण अधिष्ठाता डॉ बीएल वर्मा ने भी विचार रखे।
—– कार्यक्रम का भाजपाकरण कार्यक्रम में ज्यादातर भाजपा व संघ विचारधारा के प्रोफेसर पहुंचे जबकि कांग्रेसी विचारधारा से जुडे़ प्रोफेसर ने इससे दूरी बनाई। कार्यक्रम में रजिस्ट्रार एचएस भाटी का नहीं आना भी चर्चा में रहा, हालांकि भाटी से पूछने पर उन्होंने नहीं आने का कोई जरूरी निजी कार्य होना बताया।