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कोरोना इफेक्ट: प्रेक्टिकल की परीक्षा भी थ्योरी जैसी होगी, लैब में प्रयोग की अनुमति नहीं

- - विश्वविद्यालयों के लिए सरकार के आदेश के बाद पालना की तैयारी - एमएलएसयू में हो रही तैयारी

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भुवनेश पंड्या

उदयपुर. कोरोना का इतना भारी प्रभाव है कि विश्वविद्यालयों के यूजी व पीजी कक्षाओं में अध्ययनरत विद्यार्थियों को अब प्रेक्टिकल की परीक्षा भी थ्योरी की तरह देनी होगी। सरकार ने आदेश जारी किए है उसके अनुरूप प्रेक्टिकल परीक्षाओं का मूल्यांकन फाइल या असाइनमेंट के आधार पर होगा। इसके लिए लैब में जाने की अनुमति सरकार ने नहीं दी है।

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विज्ञान महाविद्यालय के डीन प्रो जीएस राठौड़ ने बताया कि सरकार के आदेशों की पालना को देखते हुए ही तैयारी की जा रही है। अभी प्रेक्टिकल कैसे होंगे इस पर विवि ने निर्णय किया नहीं है। सरकार ने लैब में जाने की अनुमति नहीं देकर दो विकल्प दिए हैं, जिसमें पहला फाइल देखकर अंक देने का व दूसरा असाइनमेंट देकर जमा करवाने पर अंक देने का।

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ये हो सकता है...- यदि विभागाध्यक्ष अपने स्तर पर विद्यार्थियों को असाइनमेंट दे दें। जमा होने पर उसका मूल्यांकन करें।

- पहले की जो फाइल्स विद्यार्थियों ने तैयार की हैं, उस आधार पर भी नम्बर दिए जा सकेंगे। प्रेक्टिकल भी थ्योरी वाले ही रहेंगे। ---

इन विषयों में इस तरह प्रेक्टिकल - पिछले वर्ष कोरोना का प्रभाव तेज होने से पहले सुखाडिय़ा विवि के प्रेक्टिकल हो चुके थे, जबकि इस बार ये संभव नहीं हो पाया। विज्ञान, भूगोल, लैंग्वेज लैब व विजुअल आट्र्स में प्रेक्टिकल होंगे, लेकिन लैब में नहीं। - विज्ञान वर्ग- विज्ञान वर्ग में गणित को छोडकऱ सभी में प्रेक्टिकल है, हर वर्ष प्रेक्टिकल का अलग से पेपर होता है। हजारों की संख्या में विद्यार्थी विभिन्न प्रेक्टिकल विषयों से जुड़े हैं।