विभाग के उपभोक्ता एवं क्षेत्र निवासी देवीसिंह सिसोदिया ने बताया कि बंद जलापूर्ति की सूचना विभाग एवं उनके संवेदकों को सूचित किया जा चुका है। बावजूद इसके समस्या जस की तस बनी हुई है। गौरतलब है कि मेवल क्षेत्र के 23 गांव में बनी पेयजल टंकियों की सप्लाई जयसमंद झील के पंप हाउस से स्वजल धारा योजना के तहत होती है। करीब ४० किलोमीटर लंबी लाइन में लोगों ने चोरी छिपे कनेक्शन किए हुए हैं। कुछ लोग खेती के पानी में भी इस पानी का उपयोग करते हैं। गांव तक पहुंचने वाले पेयजल में की जा रही सेंध के चलते संबंधित पानी टंकी तक नहीं पहुंच रहा है। गहराती समस्या को लेकर लोगों ने गुरुवार को प्रदर्शन भी किया।
मानदेय को तरसे, रोकेंगे जलापूर्ति खरसाण. वल्लभनगर तहसील मुख्यालय पर जन स्वास्थ्य एवं अभियंात्रिकी विभाग के अधीन सेवारत १६ संविदा कार्मिकों को ४ माह से मानदेय नहीं मिलने का मामला सामने आया है। आर्थिक तंगी से जूझ रहे संविदा कार्मिकों ने आगामी एक मार्च से पेयजल आपूर्ति बाधित करने की चेतावनी दी है। वर्तमान में यह कार्मिक क्षेत्र में जलापूर्ति कार्य में सक्रिय हैं और व्यवस्था अनुसार क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति करते हैं।
खरसाण में ठेकेदार कर्मचारी पंकज मेनारिया ने बताया कि वल्लभनगर तहसील क्षेत्र में नल सप्लाई से जुड़े खरसाण में एक ,वाना मे एक, मेनार मे दो, रूंडेडा मे दो , नवानिया मे दो ,मोडी मे दो ,वल्लभनगर मे दो , माल कि ठूस मे दो ,नांदवेल मे दो कार्मिकों की नियुक्ति ठेका स्तर पर हुई है। कम मानदेय वाले इन कार्मिकों को विभागीय ठेकेदार की ओर से मासिक मानदेय नहीं दिया जा रहा है। समस्या से परिवार का पालन पोषण भारी होता जा रहा है।
जल्द दिलाएंगे मानदेय
ठेकेदार स्तर पर कार्मिकों के मानदेय से जुड़ा बिल प्राप्त हो चुका है। जल्दी ही मानदेय राशि जारी की जाएगी।
सुबोध शर्मा, सहायक अभियंता, जलदाय विभाग भींडर