
गींगला पसं. सलूम्बर तहसील क्षेत्र के गींगला कस्बे में बिजली उपभोक्ताओं ने बिजली के बिल कस्बे के एक ई-मित्र केन्द्र पर पिछले माह जमा करवाए, लेकिन कई बिल ई-मित्र संचालक की ओर से जमा नहीं करने पर बकाया राशि निकलने पर बिजली विभाग मार्च में राजस्व वसूली के लिए उपभोक्ताओं के घर कनेक्शन काटने पहुंचे तो सारा गड़बड़झाला सामने आया।
इधर, ग्रामीण ई-मित्र पर पहुंचे तो पिछले एक सप्ताह से दुकान के ताला लग रहा था। ऐसे में उपभोक्ता सलूम्बर और ई-मित्र केन्द्र पर चक्कर लगाने को मजबूर है। ग्रामीणों ने बताया कि गींगला-जगत मार्ग पर स्थित नव्या कम्प्यूटर्स दुकान पर ई-मित्र केन्द्र संचालित है। जहां पिछले कई समय से कस्बे के उपभोक्ता अपने बिल जमा करवाते है, लेकिन ई-मित्र संचालक हाथों हाथ ऑनलाइन बिल जमा नहीं करके मूल बिल पर ई- मित्र केन्द्र का ठप्पा लगाकर बिल की राशि लेता। वहीं रसीद मांगने पर नेट नहीं चलने का हवाला देता था, उसके बाद उपभोक्ता वहां से चलते जाते थे। विभाग के कनेक्शन काटने पर ई-मित्र संचालक की लापरवाही सामने आई। ऐसे में कई बिल उसने विभाग की बेवसाइट पर भरे नहीं। जिससे ग्रामीणों को परेशानी हो रही है और रोज विभाग के चक्कर लगाने पड़ रहे है।
कनेक्शन काटने पहुंचे कर्मचारी
फरवरी के बिल की बाकियात की सूची लेकर बिजली विभाग जब गांव में पहुंचा और एक-एक उपभोक्ता के घर पहुंच कर बिल जमा नहीं होने पर कनेक्शन काटने लगा। जिस पर उपभोक्ताओं ने कहा साहब हमने तो बिल भर दिए है, ये देखों रसीद। तब रसीद मिलान करने पर बिल जमा नहीं होना पाया गया। तब विभाग को भी बिल नहीं भरने की बात सामने आई और मामले का भंडाभोड़ हुआ। इसके बाद विभाग की टीम दुकान पर पहुंची तो दुकान बंद मिली।
ग्रामीण काट रहे चक्कर
एक सप्ताह से ई-मित्र केन्द्र भी बंद है, जहां ताले लगे हुए है और संचालक का फोन भी बंद आ रहा है। ऐसे में ग्रामीण रोज चक्कर काटने को मजबूर है। कई उपभोक्ता तो शिकायत लेकर सलूम्बर बिजली विभाग के पास भी पहुंच गए। ग्रामीणों ने बताया कि दो माह पूर्व कई उपभोक्ताओं के बिजली बिल वापस आए तो उसने राशि देकर वापस जमा कर लिए, लेकिन अब तो मिल ही नहीं रहा है। इधर, विभाग का कहना है कि बिल की राशि तो उपभोक्ता को भरनी पड़ेगी। ऐसे में ग्राहक दुविधा में है।
उपभोक्ताओं की शिकायतें मिली और गांव में पहुंचे तो ई-मित्र केन्द्र बंद मिला। उनके एक बार कनेक्शन नहीं काट कर उन्हें बिल भरने को कहा गया है। इधर, पूर्व में भी उसके खिलाफ उदयपुर आईटी विभाग को लिखा और भी लिखा जा रहा है। ज्यादा गबन होने पर उपभोक्ताओं से मुकदमा भी करवाएंगे।
घनश्यामदास वैष्णव, एईएन, विद्युत निगम
Published on:
27 Mar 2018 04:25 pm
बड़ी खबरें
View Allउदयपुर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
