कैसे हुई चूक
किराया अनुबंध के तहत मालिक को वाहन के अलावा डीजल व चालक उपलब्ध कराना था। शर्त की पालना में डीजल तो वाहन मालिक दे रहा था, लेकिन चालक के स्थान पर पालिका प्रशासन ने संविदा कर्मी लगा रखा था, जिसका भुगतान पालिका प्रशासन अदा कर रहा था। ऐस में चालक के नाम पर पालिका ने तीन साल में करीब ढाई लाख रुपए का भुगतान संविदा कर्मचारी को किया है। गत दिनों प्रतिपक्ष नेता शैलेश पालीवाल की ओर से मांगी गई निविदा शर्तों के बाद यह गलती सामने आई।
किराया अनुबंध के तहत मालिक को वाहन के अलावा डीजल व चालक उपलब्ध कराना था। शर्त की पालना में डीजल तो वाहन मालिक दे रहा था, लेकिन चालक के स्थान पर पालिका प्रशासन ने संविदा कर्मी लगा रखा था, जिसका भुगतान पालिका प्रशासन अदा कर रहा था। ऐस में चालक के नाम पर पालिका ने तीन साल में करीब ढाई लाख रुपए का भुगतान संविदा कर्मचारी को किया है। गत दिनों प्रतिपक्ष नेता शैलेश पालीवाल की ओर से मांगी गई निविदा शर्तों के बाद यह गलती सामने आई।
गलती से यूं किया बचाव
स्टोर कीपर ललितेंद्र शर्मा ने खामी के सामने आने के बाद अधिशासी अधिकारी को रिपोर्ट दी कि उसकी ओर से वाहन ठेकेदार को चालक लगाने के लिए कई बार कहा गया था, लेकिन इस बारे में उसे कोई नोटिस जारी नहीं किया गया था।
स्टोर कीपर ललितेंद्र शर्मा ने खामी के सामने आने के बाद अधिशासी अधिकारी को रिपोर्ट दी कि उसकी ओर से वाहन ठेकेदार को चालक लगाने के लिए कई बार कहा गया था, लेकिन इस बारे में उसे कोई नोटिस जारी नहीं किया गया था।
नहीं हुआ भुगतान
बीते ६ माह के मेरे कार्यकाल के दौरान वाहन संबंधित एक भी बिल का भुगतान नहीं हुआ है। स्टोर से रिपोर्ट मिली है। मामले की जांच कराएंगे। कसूरवार के खिलाफ कार्रवाई होगी।
गणपतलाल खटीक, अधिशासी अधिकारी, नगरपालिका फतहनगर सनवाड़
बीते ६ माह के मेरे कार्यकाल के दौरान वाहन संबंधित एक भी बिल का भुगतान नहीं हुआ है। स्टोर से रिपोर्ट मिली है। मामले की जांच कराएंगे। कसूरवार के खिलाफ कार्रवाई होगी।
गणपतलाल खटीक, अधिशासी अधिकारी, नगरपालिका फतहनगर सनवाड़