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पूर्व मंत्री का दावा एक माह में हुई 14 मौतें!, चिकित्सा विभाग ने किया इनकार

चिकित्सा विभाग का मौसमी बीमारियों के कारण मौतों से इनकार, भाजपा जिलाध्यक्ष बोले, दावे में बचकानापन

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उदयपुर . पूर्व मंत्री मांगीलाल गरासिया ने गोगुंदा विधानसभा क्षेत्र में मौसमी बीमारियों से 14 मौतों का दावा किया है। विधानसभा चुनावों से पहले धरातल तलाश रही कांग्रेस इन मौतों को चिकित्सा विभाग की लापरवाही साबित कर सरकार को घेरने की तैयारी में है। दूसरी ओर भाजपा कांग्रेस प्रतिनिधियों के बयानों को बचकाना ठहराने में जुट गई है। मामले में चिकित्सा विभाग मौतों की वजह और समय को गलत बताते हुए पल्ला झाडऩे में जुटा है।


इधर, मंगलवार को पूर्व मंत्री मांगीलाल गरासिया ने बोखाड़ा पंचायत के कुरा, विशमा पंचायत के पाबा, कडेच, हायला एवं चीतरावास सहित अन्य गांवों के दौरा कर दावा किया कि इन क्षेत्रों में बीते एक माह के दौरान मौसमी बीमारियों के कारण करीब 14 मौतें हुई हैं।
उन्होंने तथ्य की पुष्टि के लिए 14 मृतकों के नामों की सूची देते हुए बताया कि मरने वालों में महिलाओं एवं बच्चों की संख्या अधिक है।
पूर्व मंत्री का आरोप है कि इन गांवों में ग्रामीणों को राशन का गेहूं नहीं मिल रहा। पीने का पानी दूषित है और मौसमी बीमारियां लोगों की अकाल मौत की वजह बनी हुई है। चिकित्सा विभाग की टीमेंऔपचारिकता पूरी कर लौट गई। गरासिया ने बताया कि इन गांवों में विक्रम (4) पुत्र भैरा, शेरू (ढाई साल) पुत्र गांगा, गणाराम (50) पुत्र कालाराम, नाथू (55) पुत्र सवा, निका (3), पूजा (पांच), मिलाराम (10) पुत्र वीरमा, कुरा निवासी हामी (25) पत्नी सुरेश, मजावड़ा निवासी लीला (20) पत्नी जीवाराम, रेखा (22) पत्नी राजा गरासिया के अलावा मांगा गरासिया की तीन साल की बेटी, सुरमा गरासिया के बेटे, बदा पुत्र वरदा की दो वर्षीय बेटी की मौतें हुई हैं। गरासिया के साथ प्रतापसिंह राणावत, पूर्व सरपंच हीरालाल गरासिया, भैरूलाल गुर्जर, सापाराम गरासिया, पूनमचंद मेघवाल, पप्पू गरासिया भी साथ थे।

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कहती है जांच रिपोर्ट
चिकित्सा विभाग के जांच दल की रिपोर्ट के अनुसार संबंधित इनमें से दो मौत बीते साल हुई थी। मरने वालों में शामिल एक महिला गर्भवती थी, जो पहले पथरड़ा में भर्ती थी और बाद में उसे पन्नाधाय महिला चिकित्सालय में रैफर किया गया था। 4 मौत के मामले 3 माह पुराने हैं।


कराया जाएगा वेरिफिकेशन
पूर्व मंत्री की ओर से बताई जा रही मौतों की सूची का वेरीफिकेशन करवाया जाएगा। इसके बाद मौत के कारणों की पुष्टि की जाएगी। पूर्व में हुई मौतों की किसी स्तर पर जानकारी नहीं मिली है।

डॉ. संजीव टाक, सीएमएचओ, उदयपुर


बातों में बचकनापन
पूर्व मंत्री को ऐसी बचकाना बातें नहीं करनी चाहिए। सुशासन के साथ क्षेत्र में पर्याप्त चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। गुणवंतसिंह झाला, जिलाध्यक्ष, उदयपुर भाजपा देहात