जेल में हुई थी मुस्तफा से दोस्ती पुलिस ने बताया कि वर्ष 2012 में सुखेर थाना पुलिस ने एक टैक्सी चालक की हत्या के मामले में अहमदाबाद निवासी मुस्तफा लाला को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। जेल में उसकी मुलाकात हुकुमसिंह हत्याकांड के आरोपी नरेन्द्र पानेरी से हुई थी। दोस्ती होने पर दोनों एक-दूसरे के सम्पर्क में थे। मुस्तफा की शादी अहमदाबाद में ही लतीफ गैंग के नजीर बोहरा की बहन से हुई थी। मुस्तफा ने उसे छोड़ते हुए मलेशिया में दूसरा विवाह कर दिया। इससे मुस्तफा व नजीर के बीच दुश्मनी हो गई। मुस्तफा ने नजीर को निपटाने के लिए नरेन्द्र को पांच लाख में सुपारी दी।
नरेन्द्र व मुस्तफा ने 17 जून को तडक़े नजीर के घर के बाहर ही रैकी करते रहे। तडक़े पांच बजे नजीर नमाज के निकला तो दोनों आरोपियों ने अपनी गाड़ी से नजीर की बाइक को टक्कर मारकर उसे गिरा दिया। आरोपियों ने कार कुछ आगे जाकर रोकी तब तक नजीर उठकर गलियों में भाग गया। आरोपियों ने उस पर दो फायर भी किए लेकिन वह भाग निकला। भागते समय नजीर ने मुस्तफा को पहचान लिया था। उसने वहां पुलिस को इसकी जानकारी दे दी थी। नजीर शराब तस्कर लतीफ गैंग का सदस्य होकर अभी बड़ा बिल्डर है। उसके विरुद्ध वहां दो हत्या सहित करीब 34 मुकदमे दर्ज है। नरेन्द्र को नजीर के अपराधिक रिकॉर्ड के बारे में किसी तरह की जानकारी नहीं थी। गुजरात पुलिस ने उसे करीब डेढ़ से दो घंटे पूछताछ की।