बकौल गोविंद वह ११वीं पास पत्नी रमसू को पढ़ाना चाहता था। पढ़ाई के दौरान ही परिजनों के विरुद्ध जाकर रमसू ने गोविंद से विवाह कर लिया था। बीते एक वर्ष से परिजनों के कोप का भागी बनकर वह अलग रह रहे थे। इस बीच गोविंद ने रमसू को आगे की पढ़ाई कराने का मानस बनाया। गोविंद की मानें तो वह रमसू की आगे की पढ़ाई को जारी रखने के लिए किताबें लेने ही मादड़ी गया था, पर जब वापस लौटा और पशुघर में पत्नी को फंदे से झूलता देख उसके होश फांकता हो गए। उसने बताया कि उसके प्रेम विवाह से दोनों ही परिवार नाखुश थे। इस बात से रमसू खासी चिंतित थी। हालांकि, पुलिस उसके अनुसंधान में मौत के कारणों को तलाशने में जुटी है।