– मरीज फुलकी के परिजन रूपा ने बताया कि पेट में दर्द और तेज बुखार आ रहा है, इसे गोगुन्दा उपचार के लिए ले गए थे, लेकिर रात तक इसे आराम नहीं मिला, इसलिए डा से बात करने पर वह यहां लेकर आए।
– मोहन ने बताया कि मरीज लच्छा राम और सुरेश दोनों बच्चों को कुछ दिन से बुखार आ रहा है, हाथ पैर दुख रहे हैं। कई दिनों से इन बच्चों को देखने वाला कोई नहीं था।
– मरीज शंकर के साथ आए मरीज पन्नालाल ने बताया कि उन्हें बुखार, चक्कर और उल्टी की शिकायत है। कुछ दिनों से बीमारी बढऩे लगी थी, इसलिए यहां भर्ती किया गया है।माजवड़ा में नए रोगी सामने आने संबंधी राजस्थान पत्रिका के खुलासे के बाद शनिवार को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी की अगुवाई में पहुंचे चिकित्सा दल ने करीब 93 घरों का सर्वे किया। इसमें कुल 21 नए बीमार सामने आए जिनमें से दो को उदयपुर रैफर किया गया। इस दौरान सात मरीजों की ब्लड स्लाइड ली गई, जबकि दो स्थानों पर जलस्रोत में गम्बूसिया मछलियां डाली गई और 62 स्थानों पर पायरेथ्रम स्प्रे किया गया।माजवड़ा से शुक्रवार देर रात महाराणा भूपाल हॉस्पिटल में भर्ती करवाए गए मरीजों एवं उनके परिजनों ने बताया कि कई दिनों से उन्हें बुखार आ रहा है, हाथ पैर में टूटने बंद नहीं हो रहे हैं। मरीज फुलकी के परिजन रूपा ने बताया कि पेट में दर्द और तेज बुखार आ रहा है। उसे गोगुन्दा उपचार के लिए ले गए थे, लेकिन रात तक उसे आराम नहीं मिला, इसलिए डॉक्टर से बात होने पर वे उसे यहां लेकर आए। मोहन ने बताया कि लच्छा राम और सुरेश को कुछ दिन से बुखार आ रहा है, हाथ पैर दु:ख रहे हैं। कई दिनों से इन बच्चों को देखने वाला कोई नहीं था। मरीज शंकर के साथ आए मरीज पन्नालाल ने बताया कि उन्हें बुखार, चक्कर और उल्टी की शिकायत है। बीमारी बढऩे लगी थी, इसलिए यहां भर्ती किया गया है।
माजवड़ा के 13 मरीजों का उपचार जारी
भूपाल हॉस्पिटल में भर्ती 13 मरीजों का उपचार जारी है। डॉ बलदेव ने बताया कि अभी तक इनमें से किसी की जांच रिपोर्ट नहीं मिली है, लेकिन प्राथमिक रिपोर्ट के आधार पर सभी का मलेरिया मान कर उपचार शुरू किया गया है। सायरा ब्लॉक के बीसीएमओ डॉ ओपी राजपुरिया ने बताया कि सुबह दल माजवड़ा पहुंचा, जो घर-घर सर्वे करते हुए मरीजों की जांच कर रहा है, ताकि कोई मरीज छूट ना जाए। उल्लेखनीय है कि माजवड़ा गांव में कुल 9 फलों में पीपलपॉज, भागल, गोपाल, बावजी, सूरज कुण्ड, पारेसा पाणी, कुण्डालिया, बावडिय़ा खेत, मादावाली फली और नगरिया कुडिय़े हैं। जो दो से तीन किलोमीटर की दूरी पर पहाडिय़ों पर बसे हैं।
भूपाल हॉस्पिटल में भर्ती 13 मरीजों का उपचार जारी है। डॉ बलदेव ने बताया कि अभी तक इनमें से किसी की जांच रिपोर्ट नहीं मिली है, लेकिन प्राथमिक रिपोर्ट के आधार पर सभी का मलेरिया मान कर उपचार शुरू किया गया है। सायरा ब्लॉक के बीसीएमओ डॉ ओपी राजपुरिया ने बताया कि सुबह दल माजवड़ा पहुंचा, जो घर-घर सर्वे करते हुए मरीजों की जांच कर रहा है, ताकि कोई मरीज छूट ना जाए। उल्लेखनीय है कि माजवड़ा गांव में कुल 9 फलों में पीपलपॉज, भागल, गोपाल, बावजी, सूरज कुण्ड, पारेसा पाणी, कुण्डालिया, बावडिय़ा खेत, मादावाली फली और नगरिया कुडिय़े हैं। जो दो से तीन किलोमीटर की दूरी पर पहाडिय़ों पर बसे हैं।
ये दो रेागी हुए रैफर – हाजरी (16)- दो माह से बीमार, बुखार और उल्टी की समस्या। – मुनी (27)- एनीमिया ग्रस्त, सिर दर्द, चक्कर की शिकायत