
उदयपुर . प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना में गोगुंदा विधानसभा क्षेत्र की उपेक्षा से व्यथित होकर विधायक प्रतापलाल गमेती ने विभाग के प्रमुख सचिव को शिकायत की। उन्होंने पत्र में योजना के तहत आबादी के मापदण्डों में खरी उतरने वाली 7 सडक़ों का जिक्र करते हुए इन कार्यों को पूरा कराने की आवश्यकता जताई है। उन्होंने कहा कि गांवों के सडक़ से नहीं जुडऩे से लोगों में रोष बढ़ रहा है, वहीं सरकार की किरकिरी हो रही है।
विधायक ने पत्र में लिखा कि उन्होंने इन क्षेत्रों में सडक़ निर्माण को लेकर कई बार पत्राचार भी किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि निचले स्तर के अधिकारी गत चार साल से उन्हें सडक़ें स्वीकृत होने का आश्वासन दे रहे हैं। हर बार उनका जवाब होता है कि सडक़ें ऑनलाइन होने वाली हैं। इतना ही नहीं अलग-अलग तरह के बहाने बनाकर विभागीय अधिकारी उन्हें केवल ‘बेवकूफ’ बनाते रहे हैं। विधायक ने मामले में लिप्त अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की भी मांग की।
जगी है उम्मीद
पीडब्ल्यूडी के प्रमुख शासन सचिव की उदयपुर यात्रा से सडक़ों को लेकर उम्मीद जगी है। अधिकारियों की उदासीनता से तंग आकर मुझे शिकायत करने जैसा कदम उठाना पड़ा है।
प्रतापलाल गमेती, विधायक, गोगुंदा (उदयपुर)
भेजे हैं प्रस्ताव
विधायक गोगुंदा की ओर से बताई सडक़ों से जुड़े प्रस्तावों को प्राथमिकता से भिजवाया जा चुका है। संभवत: महानरेगा के तहत इन सडक़ों के विकास कार्य को स्वीकृति मिल जाएगी।
चंद्रमोहनराज माथुर, अधीक्षण अभियंता, पीडब्ल्यूडी उदयपुर
यह बताई सडक़ें
सूरजगढ़ से पीला चोरा 300
मादा से राणिया खेत 262
ब्राह्मणों का कलवाना से भीलवाड़ा 250
मोरवल से निचला खेड़ा 260
सेनवाड़ा से छापरा 250
पड़ावली खुर्द से लोरों का वास 328
गोगुंदा-ओगणा सडक़ किमी 32 से कथौड़ी कॉलोनी 300
Published on:
11 Jan 2018 11:28 am
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