
विधायक भींडर ने दर्ज करवाया मुकदमा, पुलिस ने शुरू की जांच
भीण्डर. वल्लभनगर विधायक रणधीर सिंह भीण्डर ने भीण्डर थाने में शनिवार को प्रतापसिंह के खिलाफ उनकी जमीन पर अनधिकृत रूप से प्रवेश व सम्पत्ति को नुकसान पहुंचाने का मामला दर्ज करवाया। पुलिस ने धारा 457, 447, 427 में मामला दर्ज कर जांच शुरु कर दी।
थानाधिकारी रणजीतसिंह चौहान ने बताया कि विधायक रणधीर सिंह पुत्र भैरव सिंह निवासी भीण्डर ने रिपोर्ट दी कि भीण्डर रेलवे स्टेशन के सामने स्थित जमीन विवाद का मामला न्यायालय में विचाराधीन है। इस जमीन पर वर्ष 2015 में नियुक्त कमिश्नर की रिपोर्ट पर वादी पक्ष ने आपत्ति दर्ज करवाई तो न्यायालय ने पुन: कमिशनर नियुक्त करके रिपोर्ट बनाने के निर्देश दिए। जिस पर 18 मई 2018 को कमिश्नर मौके पर पहुंचे।
जहां पर विधायक रणधीर सिंह भीण्डर उनके छोटे भाई देवेन्द्रसिंह, पुत्र प्रणवीर सिंह भी उपस्थित थे। वहीं वादी पक्ष प्रताप सिंह की तरफ से एडवोकेट चन्द्रभानसिंह, उनका भाई निर्मलसिंह उपस्थित थे। कमिश्नर के समक्ष रणधीर सिंह भीण्डर ने मुख्य दरवाजे के गेट का ताला खोल दरवाजा खोलने लगे तो अन्दर से फाटक बंद थी। इस पर प्रतापसिंह के एडवोकेट चन्द्रभानसिंह ने दीवार फांद कर अंदर जाकर ताला खोला। वहीं अंदर छोटे कमरे का ताला खोलने गया तो वह मेरी चाबी से नहीं खुला, फिर प्रताप सिंह के एडवोकेट चन्द्रभानसिंह ने खोला।
जबकि प्रथम कमिशनर की रिपोर्ट बनाने के दौरान 10 जून 2016 को उनके द्वारा ही जमीन के मुख्य दरवाजे, जमीन स्थित छोटे कमरे का ताले खोले और लगाए गए थे।
रिपोर्ट में अनधिकृत रूप से प्रवेश कर उनके द्वारा लगाए गए ताला तोड़ प्रतापसिंह व उनके परिवाजनों पर कब्जा करने की नियत से दूसरा ताला लगाने व जमीन में स्थित छोटे कमरे के बाहर लगे बिजली का मीटर तोडऩे का आरोप लगाया गया।
यह है मामला
भीण्डर रेलवे स्टेशन के सामने विधायक रणधीर सिंह भीण्डर व उनके भाई बलवीर सिंह व देवेन्द्र सिंह की संयुक्त स्वामित्व वाली जमीन पर कब्जे को लेकर वर्ष 2015 में विवाद हो गया था। इस दौरान गोपालपुरा निवासी प्रतापसिंह पुत्र लक्ष्मणसिंह, कमलेन्द्रसिंह, दिलीप सिंह आदि ने विधायक रणधीर सिंह भीण्डर व उनके पुत्र प्रणवीर सिंह भीण्डर पर जानलेवा हमला कर दिया था। इसके बाद से ही जमीन का मामला न्यायालय में चल रहा है।
Published on:
20 May 2018 04:52 pm
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