
हंसराज सरणोत/ फलासिया.उदयपुर से ईडर सिंगल पट्टी नेशनल हाईवे की खस्ता हालत से वैसे ही आमजन आजिज हैं, उस पर विभाग द्वारा ठेकेदारों की मिलीभगत से करवाए जा रहे घटिया कार्यों का खामियाजा भी ग्रामीणों को ही भुगतना पड़ रहा है। विभागीय अधिकारियों की लापरवाही का आलम ये है कि महज पांच माह पूर्व सवा दो करोड़ रूपए लागत का चौबीस किलोमीटर तक करवाया गया सड़क पेवरीकरण वर्तमान में खस्ताहाल हो गया है।
पेवर की गई सड़क पर कई जगह गड्ढे हो गए हैं तो कई जगहों पर डामर उखड़ जाने के साथ ही कंक्रीट तक निकल गई हैं । इनके अलावा 91 किलोमीटर लंबे इस हाईवे पर लंबे समय से बने हुए बडे़ गड्ढों को भी विभाग द्वारा नहीं भरा जा रहा है। मामला उदयपुर से ईडर सिंगल पट्टी नेशनल हाईवे 58 की खस्ता हालत का है। पिछले तेरह वर्षों से दुर्दशा का शिकार रही इस सडक के साथ जिम्मेदार विभाग के अधिकारियों द्वारा भी ठेकेदारों की मिलीभगत से हमेशा छल ही किया गया । लगभग पांच माह पूर्व संबंधित विभाग सार्वजनिक निर्माण विभाग राष्ट्रीय राजमार्ग खण्ड उदयपुर द्वारा कई जगहों पर बदतर हालत में पहुंच चुकी इस सड़क के चौबीस किलोमीटर के हिस्से को पेवर करने का कार्य संवेदक फर्म सांवरिया कन्स्ट्रक्शन उदयपुर के द्वारा करवाया गया था । लगभग सवा दो करोड़ रूपए लागत से पेवर किए गए इस कार्य की घटिया स्थिति कुछ समय बाद ही सामने आ गई जब कई जगहों पर महज एक माह की अवधि में ही गड्ढे पड़ गए ।
ग्रामीणों द्वारा शिकायत किए जाने पर विभाग के अधिकारियों ने बरसात व पानी के कारण ऐसे हालात हो जाने व जल्द दाेबारा मरम्मत करवाने का आश्वासन दिया । ठेकेदारों से मिलीभगत के कारण अधिकारियों ने मरम्मत तक नहीं करवाई । वहीं दूसरी तरफ घटिया निर्माण के चलते महज पांच माह बाद ही कई जगहों पर डामर उखड़ जाने के साथ ही कंक्रीट भी निकल गई है। सडक की ऐसी हालत हो जाने के कारण आवागमन के समय की बर्बादी तो हो ही रही है, साथ ही हर रोज कई वाहनधारी दुर्घटना का शिकार भी हो रहे हैं।
Published on:
09 Dec 2017 06:35 pm
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