रेजिडेंट अध्यक्ष डॉ. सावरमल जाट के अध्यक्ष पद छोडऩे के बाद से रेजिडेंट यूनियन में दो फाड़ की स्थिति बन गई थी। निर्वतमान अध्यक्ष डॉ. राजवीरसिंह की ओर से 24 जून 2017 को अध्यक्ष पद की घोषणा की गई, लेकिन जीबीएम में एक पक्ष के विरोध पर नया समझौता हुआ। इसमें 30 अगस्त को लिंगदोह कमेटी की निर्धारित उम्र से अधिक डॉ. दीपाराम पटेल को नया अध्यक्ष घोषित किया गया। डॉ. दीपा 15 नवम्बर 2017 तक अध्यक्ष पद पर रहे। बाद में डॉ. राजवीर ने अब तक अध्यक्ष पद का दारोमदार संभाला।
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यूं हुआ था विवाद बीते 30 अगस्त 2018 को अध्यक्ष पद की समाप्ति अवधि से पहले हुई जीबीएम में द्वितीय वर्ष के रेजिडेंट ने चुनाव लडऩे की मंशा जताई। जीबीएम ने मामले डॉ. जाट को अध्यक्ष घोषित किया। इसके बाद संबंधित पीडि़त रेजिडेंट के साथ एक गुट ने मामले में महाविद्यालय प्रशासन से लिंगदोह कमेटी के तहत चुनाव कराने की मंशा जताई। इस पर प्रत्याशी भानुप्रतापसिंह, संजीव चौधरी एवं हरिओम बैरवा ने बतौर प्रत्याशी भाग्य आजमाया।
यूं हुआ था विवाद बीते 30 अगस्त 2018 को अध्यक्ष पद की समाप्ति अवधि से पहले हुई जीबीएम में द्वितीय वर्ष के रेजिडेंट ने चुनाव लडऩे की मंशा जताई। जीबीएम ने मामले डॉ. जाट को अध्यक्ष घोषित किया। इसके बाद संबंधित पीडि़त रेजिडेंट के साथ एक गुट ने मामले में महाविद्यालय प्रशासन से लिंगदोह कमेटी के तहत चुनाव कराने की मंशा जताई। इस पर प्रत्याशी भानुप्रतापसिंह, संजीव चौधरी एवं हरिओम बैरवा ने बतौर प्रत्याशी भाग्य आजमाया।