
उदयपुर . शाही ट्रेन पैलेस ऑन व्हील्स शुक्रवार को एक दिन पूर्व ही उदयपुर सिटी स्टेशन पहुंची। फिल्म पद्मावती के विरोध को लेकर चित्तौडगढ़़ में चल रहे प्रदर्शन को देखते हुए इस ट्रेन को सीधे उदयपुर भेजा गया। इस संबंध में चित्तौडगढ़़ कलक्टर ने लॉ एंड ऑर्डर का हवाला देते हुए ट्रेन को चित्तौड़ में नहीं रुकने और सीधे ही निकालने के निर्देश दिए थे। रेलवे सूत्रों के अनुसार शाही ट्रेन शुक्रवार को शाम चार बजे चित्तौड़ पहुंचती। इसमें सवार पर्यटक चित्तौड़ दुर्ग के साथ ही वहां के अन्य रमणीक स्थलों की सैर करवाने के साथ उदयपुर के लिए रवाना होती।
ट्रेन शनिवार सुबह 7.30 बजे उदयपुर पहुंचने की संभावना थी लेकिन चित्तौड़ में चल रहे फिल्म पद्मावती के विरोध-प्रदर्शन के बीच सवाई माधोपुर की तरफ से आ रही ट्रेन को चित्तौडगढ़़ स्टेशन पर लाने की बजाय चन्देरिया स्टेशन से सीधे ही उदयपुर के लिए भेज दिया गया। चित्तौड़ के कलक्टर ने भी कानून एवं व्यवस्था का हवाला देते हुए ट्रेन चित्तौड़ में नहीं रोकने के निर्देश दिए। वक्त से पहले रवाना हुई ट्रेन को अन्य ट्रेनों को मार्ग सुलभ करने के लिए करीब एक घंटा मावली में रोका गया। इसके बाद शाम करीब छह बजे ट्रेन मावली से रवाना हुई और उदयपुर पहुंची। पहले ही आरपीएफ और जीआरपी के जवान इसकी सुरक्षा में तैनात हो गए।
नहीं देख पाए दुर्ग : ट्रेन के चित्तौड़ रुकने के दौरान यात्रियों को दुर्ग भ्रमण करवाया जाता है। पर्यटक लाइट एंड साउंड के साथ ही ऐतिहासिक भव्यता देखते हैं। फिल्म के विरोध के चलते शुक्रवार को दुर्ग प्रवेश बंद रखा गया। ऐसे में पर्यटक इससे वंचित रह गए। ट्रेन सवार ऑस्ट्रेलिया के पर्यटक ने कहा कि यह जानकार काफी अफसोस हुआ कि देश में एक फिल्म को लेकर विवाद हो रहा है। अगर वहां रुकते तो शायद पर्यटन डेस्टिनेशंस पर जा पाते परन्तु मुझे उम्मीद है कि उदयपुर में काफी कुछ अच्छा देखने को मिलेगा। एनआरआई पर्यटक ने उम्मीद जताई कि हो सकता है कल वापसी में चित्तौड़ ले जाया जाए।
Updated on:
18 Nov 2017 01:44 pm
Published on:
18 Nov 2017 01:43 pm
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