कटारिया ने कहा कि इस घटना ने सारे राजस्थान के लोगों को शर्मिंदा किया है, लेकिन इससे ज्यादा शर्मिंदा सरकार को होना चाहिए। जिसने इस घटना को इतने दिन दबाए रखा और चुनाव होते ही ये घटना उजागर हो गई। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने चुनावी फायदे के लिए इस घटना को दबाए रखा। किसी बड़े सरकारी स्तर पर बहुत जिम्म्देार व्यक्ति ने इस मामले को 6 तारीख तक शाम तक छुपाए रखने का काम किया, जिससे मशीनरी ढीली पड़ गई। इस मौके पर कटारिया ने मुख्यमंत्री गहलोत के गृहक्षेत्र जोधपुर को लेकर भी बयान दिया उन्होंने कहा कि जोधपुर में सबसे ज्यादा 38 ℅ अपराध बढ़े हैं।
गौरतलब है कि इससे पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गैंगरेप की इस घटना को गंभीर बताते हुए कहा था कि दुर्भाग्य से राजस्थान में ऐसी घटनाएं लंबे समय से चली आ रही हैं। कभी बीकानेर, कभी सीकर तो कभी अलवर में। महिलाओं के साथ अत्याचार की घटनाएं बढ़ना दुर्भाग्यपूर्ण है। इस दौरान उन्होंने राजे सरकार पर भी आरोप लगाया था कि पूर्व सरकार की खामियों के कारण ये घटनाऐं सामने आ रही हैं, क्योंकि पूर्व गृहमंत्री एफआईआर दर्ज होने की संख्या में कमी होने के आधार पर तारीफ करते रहे और इससे परेशानी और बढ़ गई। मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि उन्होंने सरकार बनते ही डीजीपी को संख्या की चिंता नहीं करने और थाने में पहुंचने वाले प्रत्येक व्यक्ति की एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए थे, जबकि पहले अपराध की संख्या कम दिखाने के लिए एफआईआर ही दर्ज नहीं की जा रही थीं।