
गोगुन्दा. कस्बे में तालाब के पास पावर हाउस में शनिवार रात चोरों ने विद्युत निगम के कर्मचारी और उसके बेटे-भतीजे से मारपीट की। फिर तीनों को बंधक बना 15 टांसफार्मर (डीपी) में से तांबा और तेल ले भागे। परिसर में रखी पिकअप जीप भी चुराई। हालांकि यह हाईवे किनारे मिल गई।
वारदात रात करीब एक बजे की है। बाइक पर किसी के आने की आहट पर निगमकर्मी शंकरलाल तेली, उसका बेटा पन्नालाल व भतीजा राहुल जाग गए। तीनों फाटक के पास पहुंचे कि चोरो ने हमला कर दिया। सिर पर लोहे के एंगल से वार के कारण पिता-पुत्र लहू-लुहान हो गए। शोर मचाने पर बदमाश तीनों को कमरे मे ले गए, जहां वायर से बांध दिया। इससे पहले मोबाइल छीनकर सिम कार्ड निकाल लिए। एक बदमाश तीनों की निगरानी करता रहा, जबकि उसके साथियों ने परिसर की 15 डीपी खोल डालीं। इनसे कॉपर और ऑयल निकालकर वहीं रखी पिकअप गाडी में डाल फरार हो गए। इधर, पन्नालाल ने मुंह से जैसे-तैसे अपने बंधन खोले। फिर पिता और भाई को मुक्त कर पास ही रहने वाले निगम के कनिष्ठ अभियंता को वारदात की जानकारी दी। सूचना पर पुलिस के अलावा निगम के ही दूसरे कर्मचारी भी पहुंचे। घायल पिता-पुत्र को उदयपुर के एमबी अस्पताल ले जाया गया। डीएसपी ओमकुमार राजपुरोहित ने भी मौका मुआयना किया। घटनाक्रम के बाद पुलिस ने नाकाबंदी करवाई, जिसमें हाईवे किनारे पिकअप वाहन मिल गया, लेकिन बदमाशों का पता नहीं लग पाया। बताया गया कि पावर हाउस पर शंकरलाल ही रहता है। बीती रात पन्नालाल उसे खाना देने के लिए पहुंचा था, जबकि भतीजा राहुल माउंट आबू से देरी से लौटने के कारण चाचा और भाई के साथ रुक गया था।
टीमें भेजी हैं
मामला दर्ज कर लिया है। तीन टीमें भीलवाड़ा, चित्तौडग़ढ़ व राजसमंद भेजी हैं। संबंधित ठेकेदार सहित अन्य से पूछताछ की जा रही है।
ओमकुमार राजपुरोहित, डीएसपी, गिर्वा
इधर, बिजली चोरी पकडऩे गई टीम पर प्राणघातक हमला
देवगढ़ . क्षेत्र के पीपली नगर स्थित कुण्डीवेर गांव में बिजली चोरी की सूचना पर पहुंची अजमेर विद्युत वितरण निगम की सतर्कता टीम पर कुछ लोगों ने धारदार हथियार से हमला कर दिया। हमले में एईएन सहित चार अन्य कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना को लेकर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
एवीवीएनएल के एईएन सत्येन्द्रपाल सिंह, जेईएन विजय मीणा के नेतृत्व में दस सदस्यीय टीम शनिवार सुबह कुडीवेर गांव में बिजली चोरी पकडऩे गई। मौके पर भैरूसिंह, चुन्नासिंह, नारायण सिंह आदि को ट्रांसफार्मर से केबल जोड़कर मोटर चलाते हुए पाया गया। टीम ने कार्रवाई शुरू की तो सुमनदेवी पत्नी भैरूसिंह, महावीर सिंह पुत्र भैरूसिंह सहित ग्रामीणों ने टीम से बहस शुरू कर दी। इन्होंने टीम को घेर लिया और लठ, कुल्हाड़ी सहित अन्य धारदार हथियारों से हमला कर दिया। ग्रामीणों ने एईएन सिंह को घेरते हुए लठ व कुल्हाड़ी वार कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। इस दौरान जेईएन मीणा एवं लाइनमैन बालूराम ने एईएन एवं अन्य घायल कार्मिकों को पहाड़ी के रास्ते से जैसे-तैसे कंधों पर लेकर गांव के बाहर निकाला। हमले में एईएन बरार निवासी सत्येन्द्रपाल सिंह (33), लाइनमैन जस्साखेड़ा निवासी ईश्वरसिंह (27), तकनीकी सहायक कोटपुतली (जयपुर) निवासी जगमाल गुर्जर (32), बरार निवासी देवेन्द्र (26), झुंझुनंू निवासी शेषपालसिंह (25) पुत्र किशोरलाल घायल हो गए। एईएन सहित अन्य घायलों को उदयपुर रेफर किया गया। एईएन को सिर एवं कंधे पर कुल्हाडी के वार होने से 26 टांके लगाए गए।
इनके विरुद्ध दर्ज हुआ मामला
कुण्डीवेर निवासी भैरूसिंह, नारायण सिंह, महावीर सिंह, रणजीत सिंह, देवीसिंह, हरिसिंह, हजारी सिंह, भारती देवी, सुमन देवी, ममता, सीता (सभी रावत) सहित २० से २५ अज्ञात लोगों के खिलाफ जानलेवा हमले का मामला दर्ज हुआ है।
Published on:
07 Jan 2018 01:47 am
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