
महिला जेल
उदयपुर
राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्या सुषमा साहू मंगलवार को उदयपुर प्रवास पर रहीं। इस दौरान सुषमा साहू ने राज्य महिला आयोग की सदस्या सुषमा कुमावत के साथ उदयपुर जेल का निरिक्षण किया ओर जेल में महिला कैदियों से मुलाकात की। मुलाकात से पहले सुषमा साहू ने जेल अधीक्षक गोविन्द सिंह ने कैदियों की संख्या में जानकारी ली साथ ही उनके द्धारा की जाने वाली व्यवस्थाओं के बारे में जाना। इस बीच महिला कैदियों की स्थान की कमी सहित कई परेशानियां निकलकर सामने आईं। कदियों ने टीम को जेल में होने वाली सम्सयाओं से भी अवगत कराया।
समाज अच्छे से स्वीकार नही कर पाता
जेल अधीक्षक से चर्चा करने के बाद राष्ट्रीय और राज्य महिला आयोग की पूरी टीम ने महिला बैरक का दौरा किया ओर उसमें सजा काट रही महिला कैदियों से बात की। करीब बीस मिनिट तक बात करने के बाद मिडिया से मुखातिब हुई राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्या सुषमा साहू ने कहा कि आयोग की ओर से उन सभी जेला को निरिक्षण किया जा रहा है जंहा पर महिलाए कैदी रह रही हैं ओर अपराध के बाद जब महिला कैदी जेल रहती हैं ओर जेल से सजा काटने के बाद जब वह बाहर जाती हैं तो समाज उन्हे अच्छे से स्वीकार नही कर पाता है।
जंहा 30 कैदियों को रखा जाना चाहिए वंहा 55 कैदी
साहू ने कहा कि केन्द्र सरकार ओर आयोग की सोच है कि महिला कैदियों की आजादी चली गई । लेकिन उन्हें जीने के हक से वंचित नही कर सकते इसलिए जेलों का निरिक्षण कर महिला कैदियों की स्थिति में बदलाव लाने की कोशिश की जा रही है। वही उदयपुर जेल की अव्यवस्थाओं को लेकर किये गये सवाल पर सुषमा साहू ने कहा कि जेल में कुछ अव्यवस्था जरूर हैं। एक ओर जंहा 30 कैदियों को रखा जाना चाहिए वंहा पर अभी 55 कैदी रह रहे हैं। इसके अलावा कुछ और समस्याएं निकलकर सामने आयी है इसके लिए जेल अधीक्षक का निदेर्शित किया गया है कि जो समस्याए हैं उनका जल्द से जल्द निस्तारण होना चाहिए।

Published on:
04 Jul 2018 05:04 am
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