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अभी ऐसे पहुंच रही है वैक्सीन वर्तमान में एक सिरम इंडिया बच्चों के लिए वैक्सीन corona Vaccine भेजती है। यह हिमाचल प्रदेश की विभिन्न निर्माण इकाइयों से चंडीगढ़ से होते हुए दिल्ली पहुंचती है और इसके बाद जयपुर। वहां से इसे विभिन्न जिलों के कोल्ड चेन पॉइन्ट पर पहुंचाया जाता है। वर्तमान में उदयपुर में 113 पॉइन्ट हैं, जबकि इसके लिए इनकी संख्या भी बढ़ानी होगी। वर्तमान में जो बच्चों की वैक्सीन आ रही है, वह निर्माण इकाइयों से उदयपुर एयरपोर्ट पहुंचती है या जयपुर स्टेट से सड़क मार्ग से इन्सुलेटेड व रेफ्रीजरेटेड वेन से भेजी जाती है। पहले ये संभागीय स्टोर पर आती है, वहां से विभिन्न जिलों में सप्लाई की जाती है। इसके बाद इसे कोल्ड चेन पॉइन्ट से वैक्सीन सत्र स्थल तक पहुंचाया जाता है।
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अभी ऐसे पहुंच रही है वैक्सीन वर्तमान में एक सिरम इंडिया बच्चों के लिए वैक्सीन corona Vaccine भेजती है। यह हिमाचल प्रदेश की विभिन्न निर्माण इकाइयों से चंडीगढ़ से होते हुए दिल्ली पहुंचती है और इसके बाद जयपुर। वहां से इसे विभिन्न जिलों के कोल्ड चेन पॉइन्ट पर पहुंचाया जाता है। वर्तमान में उदयपुर में 113 पॉइन्ट हैं, जबकि इसके लिए इनकी संख्या भी बढ़ानी होगी। वर्तमान में जो बच्चों की वैक्सीन आ रही है, वह निर्माण इकाइयों से उदयपुर एयरपोर्ट पहुंचती है या जयपुर स्टेट से सड़क मार्ग से इन्सुलेटेड व रेफ्रीजरेटेड वेन से भेजी जाती है। पहले ये संभागीय स्टोर पर आती है, वहां से विभिन्न जिलों में सप्लाई की जाती है। इसके बाद इसे कोल्ड चेन पॉइन्ट से वैक्सीन सत्र स्थल तक पहुंचाया जाता है।
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ये है बड़ी चुनौतियां
– वैक्सीन आने के बाद सरकार से लेकर चिकित्सा विभाग व जिला प्रशासन के सामने कई बड़ी चुनौतियां रहेंगी। जैसे वर्तमान में उपलब्ध वैक्सीन 16 वर्ष तक के बच्चों के लिए व ज्यादातर 0 से 1 वर्ष के बच्चों के लिए है, जबकि अब जो कोविड-19 की वैक्सीन आएगी, वह हर उम्र के लोगों के लिए रहेगी। इसमें किसे पहले लगाया जाए यह प्राथमिकता तय करनी होगी।
– वैक्सीन आने के बाद सरकार से लेकर चिकित्सा विभाग व जिला प्रशासन के सामने कई बड़ी चुनौतियां रहेंगी। जैसे वर्तमान में उपलब्ध वैक्सीन 16 वर्ष तक के बच्चों के लिए व ज्यादातर 0 से 1 वर्ष के बच्चों के लिए है, जबकि अब जो कोविड-19 की वैक्सीन आएगी, वह हर उम्र के लोगों के लिए रहेगी। इसमें किसे पहले लगाया जाए यह प्राथमिकता तय करनी होगी।
– वैक्सीन आने से पहले ही इसके लिए मैन पावर बढ़ाना होगा। साथ ही इसकी सुरक्षा पर भी नजर रखनी होगी।
– वैक्सीन के इस्तेमाल के तरीकों के लिए प्रशिक्षण सत्र आयोजित करने होंगे। – वैक्सीन के संग्रहण व भंडारण की स्थिति को सुधारना होगा।
– लोगों की संख्या के हिसाब से इसके सत्र तैयार करने होंगे। यह भी तय करना होगा कि ये सत्रों में ही लगाई जाएगी या नियमित, जैसे कोरोना जांच हो रही है वैसे इसके टीके लगाए जाए।
– वैक्सीन के इस्तेमाल के तरीकों के लिए प्रशिक्षण सत्र आयोजित करने होंगे। – वैक्सीन के संग्रहण व भंडारण की स्थिति को सुधारना होगा।
– लोगों की संख्या के हिसाब से इसके सत्र तैयार करने होंगे। यह भी तय करना होगा कि ये सत्रों में ही लगाई जाएगी या नियमित, जैसे कोरोना जांच हो रही है वैसे इसके टीके लगाए जाए।
– वर्तमान में जो विभिन्न अभियान चलाए जा रहे हैं इसमें टीके गुरुवार को लगाते हैं, लेकिन एक दिन तय किया जाएगा कि कैसे लगाएंगे, यह सबसे महत्वपूर्ण रहेगा, वैक्सीन स्थल पर सुरक्षा व्यवस्था भी बेहतर करनी होगी।
– लोगों को यह समझाना होगा कि अकारण भगदड़ नहीं मचाई जाए। कानून व्यवस्था पुख्ता रखी जाए।
– लोगों को यह समझाना होगा कि अकारण भगदड़ नहीं मचाई जाए। कानून व्यवस्था पुख्ता रखी जाए।
सरकार के निर्देशानुसार कार्य
सरकार के निर्देशानुसार कार्य कर रहे हैं, जैसे-जैसे आगे से मागदर्शन आएगा हम वैक्सीन की तैयारी करेंगे। हर कदम जिला प्रशासन के अनुसार ही उठाया जाएगा। डॉ. दिनेश खराड़ी, सीएमएचओ, उदयपुर
सरकार के निर्देशानुसार कार्य कर रहे हैं, जैसे-जैसे आगे से मागदर्शन आएगा हम वैक्सीन की तैयारी करेंगे। हर कदम जिला प्रशासन के अनुसार ही उठाया जाएगा। डॉ. दिनेश खराड़ी, सीएमएचओ, उदयपुर