महाकाल लोक बनने के बाद यहां औसतन सवा लाख भक्त आ रहे हैं लेकिन वर्ष के आखिरी दिनों में श्रद्धालुओं की भीड़ कई गुनी हो गई है। यहां सुबह से लेकर रात तक भक्तों के आने का सिलसिला लगातार जारी रहता है। हालांकि इसे लेकर मंदिर समिति द्वारा व्यापाक तैयारी की गई है लेकिन ये भी नाकाफी साबित हो रहीं हैं।
महाकाल के भक्त देर रात को ही लाइन में लग रहे हैं। इस समय तडक़े 4 बजे होने वाली भस्म आरती से लेकर रात को शयन आरती तक लगभग दो से ढाई लाख श्रद्धालु प्रतिदिन महाकाल के दर्शन कर रहे हैं। महाकाल के दर्शन करने के लिए यहां देशभर से श्रद्धालु आ रहे हैं।
भगवान महाकाल के दर्शन करने रविवार को भी दो लाख से ज्यादा भक्त आए। भक्तों की भीड़ को देखते हुए समिति ने विशेष व्यवस्थाएं की। महालोक के रास्ते लोगों को फैसिलिटी सेंटर होते हुए अंदर प्रवेश दिया गया। भक्तों को कार्तिकेय व गणेश मंडपम से महाकाल के दर्शन कराए गए।
भक्तों की भीड़ के कारण दिनभर जाम लगता रहा। मंदिर के सामने मुख्य मार्ग पर भी यातायात व्यवस्था ठप रही। यहां अतिक्रमण व अवैध पार्किंग के कारण दिक्कत आ रही है। इधर बेगमबाग, गुदरी चौराहा, हरसिद्धि की पाल में लोग जाम के कारण फंसे रहे।