
उज्जैन. कोरोना संक्रमण के बाद महाकाल मंदिर प्रबंधन द्वारा नित नए निर्णय लिए जा रहे हैं। एक तरफ बाबा महाकाल की भस्म आरती को लेकर और प्रोटोकॉल के टिकट को तस्वीर छापने पर नया निर्णय हुआ है तो वही महाकाल पर जल चढ़ाने को लेकर भी पुजारियों पर रोक लगा दी है।
महाकाल मंदिर में सौ रुपए के प्रोटोकॉल टिकट पर अब महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग की तस्वीर नहीं छपेगी। इसको लेकर लगातार श्रद्धालुओं विरोध जता रहे थे। अब महाकालेश्वर प्रबंध समिति ने भक्तों की आस्था को ध्यान में रखते हुए प्रोटोकॉल टिकट से फोटो हटाने का निर्णय ले लिया है।
महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग का फोटो हटेगी
अभी मंदिर में भस्म आरती के लिए 201 रुपए का टिकट मिलता है उसपर भी महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग का फोटो होता है। अब इस टिकट से भी यह तस्वीर हटा दी जाएगी। श्रद्धालुओं ने मांग की थी कि लोग दोनों टिकट के उपयोग के बाद लोग फैंक देते थे, जिससे यह रास्तों पर उड़ते रहते हैं या कचरे में पड़े रहते हैं जिससे बाबा का अपमान होता था। इसको लेकर मंदिर के पुजारियों ने भी बाबा महाकाल का फोटो टिकट पर छापने को लेकर आपत्ति जताई थी।
जल चढ़ाने पर प्रतिबंध
वही दूसरी ओर महाकाल शिवलिंग पर जल चढ़ाने को लेकर भी मंदिर प्रबंधन ने बड़ा फैसला करते हुए पुजारियों द्वारा जल चढ़ाने पर रोक लगा दी है। दरअसल नंदीहाल से श्रद्धालुओं के जल को मंदिर के पुजारी बाबा महाकाल को अर्पित कर देते थे। इसको लेकर कई लोगों आपत्ति दर्ज की तो मंदिर प्रबंधन ने इस मामले में जल चढ़ाने को प्रतिबंदित कर दिया है। वही गणपति मंडपम की पहली रैलिंग की और जाने वाले रास्ते को भी बंद कर दिया गया है। कोरोना के चलते पहले ही श्रद्धालुओं द्वारा जल चढ़ाने पर प्रतिबंध लगा हुआ है।
Published on:
29 Sept 2021 03:15 pm
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