
CM Kanyadan Scheme :मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले के अंतर्गत आने वाले नागदा में मंगलवार को आयोजित तिया गया मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के विवाह समारोह खासा चर्चा में आ गया है। इसके पीछे कारण है विवाह समारोह में सम्मिलित एक जोड़ा, जिसने विवाह की रस्में पूरी नहीं की। यानी ना तो वर ने वधु की मांग भरी और न ही दोनों ने फेरे लिए। जब उनसे रस्में पूरी न करने का कारण पूछा गया तो उन्होंने बताया कि उनकी शादी तो फरवरी में होने वाली है। उन्हें राशि का बोलकर इस समारोह में भेजा गया है।
घटना के चर्चा में आने के बाद अधिकारियों के बीच हड़कंप मच गया। मामले की जांच शुरु कर दी गई है। जानकारी के अनुसार, विवाह समारोह में शामिल वधू दिव्या और वर अजय रतलाम के रहने वाले हैं। समारोह के दौरान वधू ने फेरे नहीं लिए, मांग भी नहीं भरी।
मामले को लेकर मीडिया द्वारा वधू से इस संबंध में सवाल किया गया तो उन्होंने बताया कि खाचरौद में बैठक हुई थी, उसमें उन्हें बुलाया गया था। उनका विवाह फरवरी 2025 में होने वाला है। उन्हें कहा गया कि तुम तो सामूहिक विवाह में शामिल हो जाओ, 49 हजार रुपए का चेक मिलेगा। इसपर वधू ने ही शर्त रखी थी कि वो मांग नहीं भरेंगे और न ही फेरे लेंगे। सिर्फ वरमाला में हिस्सा लेंगे। आयोजन के दौरान हुआ भी यही। मगर इस घटनाक्रम की कुछ तस्वीरें सामने आने के बाद अधिकारियों में हड़कंप मच गया।
मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत हुए सामूहिक विवाह कार्यक्रम में और भी कुछ जोड़ों का नियम विरुद्ध विवाह होने की सूचना मिली है। उल्लेखनीय है कि नागदा में हुए सामूहिक विवाह में सिर्फ उज्जैन ही नहीं, बल्कि प्रदेशभर के जोड़े शादी के बंधन में बंधे हैं। इनमें नर्मदापुरम, बदनावर के निवासी जोड़े भी विवाह सूत्र में बंधे हैं।
Updated on:
13 Nov 2024 03:53 pm
Published on:
13 Nov 2024 03:52 pm
बड़ी खबरें
View Allउज्जैन
मध्य प्रदेश न्यूज़
ट्रेंडिंग
