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1500 रुपए रिश्वत लेते पकड़ाया दरोगा, लोकायुक्त की टीम ने उतरा ली पैंट

महज 1500 रुपए की रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त की टीम ने एक दरोगा को धर दबोचा है, रंगे हाथों पकड़ाए दरोगा ने रिश्वत के रुपए अपनी जिंस की पैंट में रख लिए थे, टीम ने दरोगा से रुपए जब्त करने के साथ ही उसकी पैंट भी जब्त कर ली है, बताया जा रहा है कि पीडि़त ने लोकायुक्त की टीम से शिकायत दर्ज कराई थी कि उसकी हाजरी लगाने और बेटी की शादी के 50 हजार रुपए का दिलवाने के लिए ये रिश्वत मांगी गई थी।    

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1500 रुपए रिश्वत लेते पकड़ाया दरोगा, लोकायुक्त की टीम ने उतरा ली पैंट

1500 रुपए रिश्वत लेते पकड़ाया दरोगा, लोकायुक्त की टीम ने उतरा ली पैंट

लोकायुक्त पुलिस ने निगम के दरोगा को 1500 रुपए की रिश्वत लेते रंगेहाथों पकड़ा। उसने यह राशि सफाई कर्मचारी से हाजरी लगवाने और बेटी के विवाह के जारी हुए 50 हजार रुपए के चेक दिलवाने के एवज में मांगे थे। बड़ी बात यह रही कि दरोगा जैसे ही रुपए लेते पकड़ाया तो बोला- मैंने सफाई कर्मी के सिलेंडर के लिए 1500 रुपए उधार दिए थे, उसके रुपए ले लिए।

लोकायुक्त पुलिस ने 1500 की रिश्वत लेते दरोगा कृष्णपाल बोयत को पकड़ा है। लोकायुक्त डीएसपी सुनील तालान ने बताया कि सफाईकर्मी अजीज सक्तार हेला ने दो दिन पहले शिकायत की थी कि दरोगा बोयत गैर हाजरी लगाने तथा 50 हजार के चेक के लिए 1500 रुपए की मांग कर रहा है। इस पर ट्रेप की कार्रवाई शुरू की। दरोगा बोयत ने शनिवार दोपहर गायत्री नगर स्थित उद्यान बुलाया था। दोपहर 2.45 बजे जैसे ही अजीज रुपए लेकर पहुंचा तो उसने रुपए लेकर जींस की आगे की जेब में रख लिए। इशारा मिलते ही लोकायुक्त पुलिस पहुंची और दरोगा की जांच की तो रिश्वत के 1500 रुपए बरामद हुए। दरअसल सफाई कर्मी अजीज को पिछले महीने 7200 रुपए ही वेतन मिला था, जबकि उसने पूरे समय काम किया था। लेकिन दरोगा जानबूझकर सुबह-शाम के नाम पर अनुपस्थिति लगाकर अतिरिक्त रुपए की मांग करता था। इसी से परेशान होकर लोकायुक्त में शिकायत की थी। बाद में प्रकरण दर्ज करते हुए उसे जमानत पर छोड़ दिया गया। कार्रवाई में निरीक्षक बसंत श्रीवास्तव भी शामिल थे।

सीएम हेल्पलाइन में भी रुपए मांगने की शिकायत

दरोगा कृष्णपाल बोयत पर 2 हजार रुपए मांगने की शिकायत सफाई कर्मी रऊफ ने सीएम हेल्पलाइन में भी कर रखी है। मामले निगम के अधिकारी और पार्षद ने आपसी बात कर शिकायत का निराकरण करवाया था। जब सफाई कर्मी अजीज से 1500 रुपए मांगे तो अन्य कर्मचारियों ने कहा था यह रऊफ का साथी है, ध्यान रखना। बावजूद इसके दरोगा बोयत नहीं डरा और रिश्वत के 1500 रुपए ले लिए।

भाई इंजीनियर... खुद सफाईकर्मी

रिश्वत लेते पकड़ाया कृष्णपाल बोयत का पूरा परिवार ही नगर निगम में कार्यरत है। इनका भाई गोपाल बोयत निगम में इंजीनियर होकर पशु गैंग प्रभारी है। वहीं इसकी एक बहन भी निगम में कर्मी हैं। कृष्णगोपाल निगम में सफाईकर्मी लेकिन उसे दरोगा बनाया हुआ है।

हाजरी के नाम पर लाखों को खेल

नगर निगम में सफाई कर्मी के हाजरी लगाने के नाम पर लाखों रुपए का खेल हो रहा है। निगम में सफाई कर्मचारी को सुबह 7 बजे और दोपहर में 2.30 बजे दो समय ड्यूटी के लिए बुलाया जाता है। इन्हीं दो ड्यूटी में बुलाने के नाम पर सफाई कर्मियों को गैर हाजिर बताकर वेतन काटा जाता है। कई कर्मचारियों की ऐसी सांठगांठ है कि वे काम पर आते नहीं और उनकी आधा वेतन संबंधित दरोगा और मेट को हाजरी लगाने के नाम पर लेते हैं। सफाईकर्मी को करीब 8500 रुपए वेतन मिलता है, इसमें से 500 व हजार रुपए तक बतौर कमीशन भी रखा जाता है।