आप मन से जितने शक्तिशाली होंगे, उतने बड़े मसलों पर काम कर पाएंगे। जितनी बड़ी चुनौती स्वीकार करेंगे, सफलता भी उतनी ही बड़ी होगी। अपनी चिंता करेंगे तो सेहतमंद होंगे, परिवार की करेंगे तो मुखिया होंगे, शहर की करेंगे तो मेयर होंगे, प्रदेश की करेंगे तो मुख्यमंत्री। यह क्रम ऐसे ही चलता है। पूर्णता को महसूस करने की क्षमता ही तरक्की की ओर ले जाती है।