
उज्जैन. पहले से ही महंगाई की मार झेल रहे लोगों को एक और बड़ा झटका लगा है। मध्यप्रदेश सरकार ने स्कूलों की फीस में बढ़ोत्तरी कर दी है और इसके बाद स्कूली विद्यार्थियों को इस साल दाखिले के साथ क्रीड़ा शुल्क (स्पोर्ट्स फीस) दोगुना और स्काउट-गाइड शुल्क पांच गुना अधिक चुकाना होगा। मध्य प्रदेश शासन ने लगभग 12 वर्षों के बाद शुल्क में बढ़ोत्तरी की है।
फीस में दोगुनी बढ़ोत्तरी
प्रदेश सरकार की ओर से समस्त संभागीय संयुक्त संचालकों, जिला शिक्षा अधिकारियों और प्राचार्यों को जो आदेश जारी किया गया है उसके मुताबिक अब 9वीं और 10वीं के छात्रों से स्पोर्ट्स शुल्क के तौर पर 60 रुपए के बजाए 120 रुपए और 11वीं व 12वीं के छात्रों से 100 रुपए के बजाए 200 रुपए लिए जाएंगें। इसी तरह से स्काउड-गाइड शुल्क के तौर पर 9वीं व 10वीं के छात्रों से 10 रुपए के बजाए 30 रुपए और 11वीं 12वीं के छात्रों से 50 रुपये वसूले जाएंगे। बताया गया है कि स्कूल शिक्षा विभाग ने फीस में बढ़ोत्तरी का प्रस्ताव साल 2020 में ही पास कर दिया था लेकिन दो साल बाद अब वित्त विभाग से इसी स्वीकृति मिली है।
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521 में से 356 स्कूलों ने जमा नहीं किया शुल्क
उज्जैन जिले में 521 हाई स्कूल एवं हायर सेकंडरी स्कूल हैं। जिनमें पिछले वर्ष करीब 60 हजार से ज्यादा छात्रों ने अध्ययन किया। तब सभी से स्कूल प्रबंधन ने खेल व स्काउट गाइड शुल्क वसूला गया लेकिन नियमानुसार निश्चित अंशदान 356 स्कूलों ने जिला शिक्षा विभाग और संभागीय संयुक्त संचालनालय को नहीं चुकाया। जिसे लेकर अब जिला शिक्षा अधिकारी ने इन सभी स्कूलों के प्राचार्यों को खेल व स्काउट फीस का अंशदान चुकाने के आदेश जारी किए है। साथ ही ये भी कहा गया है कि अगर निश्चित समय में शुल्क जमा नहीं कराया गया तो माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल से मिलने वाली 10वीं व 12वीं क्लास की अंकसूचियों को रोक दिया जाएगा।
Published on:
11 Jun 2022 06:07 pm
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