
उज्जैन, भेरवगढ़ स्थित मां बगलामुखी मंदिर में विश्व के अनूठे नवग्रह मंदिर का निर्माण किया गया है। यहां 14 फरवरी को सोम प्रदोष के महासंयोग में नवग्रह प्रतिमाओं की प्राण-प्रतिष्ठा भर्तृहरि गुफा के पीठाधीश्वर पीर योगी महंत रामनाथ महाराज के सान्निध्य में विद्वान पंडितों द्वारा की जाएगी।
पीर योगी महंत रामनाथ महाराज ने इसके पहले उज्जैन में बगलामुखी मंदिर, दुर्लभ स्फटीक के शिवलिंग व मां प्रत्यंगिरा देवी के मंदिर का इसी स्थान पर सुंदर निर्माण किया है। अब उज्जैन सहित देशभर के श्रद्धालुओं के लिए मां बगलामुखी धाम में नवग्रह देवों की मूर्तियां भी स्थापित की जा रही हैं। संपूर्ण आयोजन के मुख्य यजमान इंदौर के उद्योगपति विजय भट्ट एवं उनकी पतली श्वेता भट्ट हैं।
13 फरवरी रविवार को पंडितों द्वारा दशविधि स्नान, प्रायश्चित होम, गणेश पूजन, पंचकर्म, नवग्रह देव मूर्तियों का जलाधिवास, अन्नधिवास, फलाधिवास, पुष्पाधिवास, अग्नि स्थापन, हवन पूजन, अभिषेक आदि विधि-विधान से योगी पीर महंत रामनाथ महाराज एवं यजमान भट्ट परिवार की मौजूदगी में किया गया। 14 फरवरी सोमवार को शुभ मुहूर्त में नवग्रह देवों की नवनिर्मित मंदिर में समारोह पूर्वक प्राण प्रतिष्ठा कर दी जाएगी।
समारोह के मुख्य यजमान विजय भट्ट ने बताया नवग्रह मनुष्य के जीवन में बेहद महत्वपूर्ण होते हैं। इस मंदिर में हर ग्रह की मूर्ति उनके रूप-रंग, वाहन, शस्त्र के अनुरूप धर्म-शास्त्र के अनुसार निर्मित कराई गई है। विश्वभर में नवग्रहों के अनेक मंदिर हैं, लेकिन वे कहीं शिवलिंग तो कहीं पर अन्य रूप में विराजित है। उज्जैन के मां बगलामुखी का यह मंदिर अपने आप में ही अनूठा होगा।
Published on:
14 Feb 2022 07:14 pm
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