
अब महिला करेगी बिजली बिल वितरण और वसूली, तैयारी
उज्जैन. शहर की पिछड़ी बस्तियों में विद्युत बिलों के वितरण व राशि वसूलने का जिम्मा अब महिलाओं के हाथों में होगा। शहर में पहली बार पश्चिम क्षेत्र कंपनी की ओर से महिला स्वसहायता समूह को यह नई जिम्मेदारी देने की तैयारी की जा रही है। महिलाओं का समूह बिल वितरण करेगा और बाद में राशि की वसूली भी करेगा। खास बात यह कि योजना के तहत समूह में शामिल महिलाओं को रोजगार के साथ कमीशन मिलेगा, वहीं कंपनी को बिल वसूली में आसानी होगी।
विद्युत कंपनी महिला समूह के माध्यम से बिल वितरण व राशि वसूलने का काम शहर से शुरू करने जा रही है। हालांकि योजना का नाम निर्धारित नहीं हुआ है, लेकिन अधिकारी बता रहे हैं अगले सप्ताह तक इसकी घोषणा कर नंवबर से प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। योजना के तहत महिलाओं के समूह शहर के ज्यादा बकाया वाले व पिछड़ी बस्तियां जैसे एकता नगर, शांतिनगर, मायापुरी व वाल्मीकि नगर में बनाए जाएंगे। ये महिला समूह ही क्षेत्र में बिल वितरित करेगा और राशि की वसूली करेगा। इसके एवज में समूह को एक निश्चित कमीशन दिया जाएगा। यदि महिला समूह नहीं मिलते हैं तो क्षेत्र के युवाओं को अवसर दिया जा सकता है। इसके लिए समूह से निश्चित राशि भी जमा करवाई जाने की बात कही जा रही है।
इसलिए योजना- पिछड़ी बस्तियों में महिलाओं के माध्यम से बिल वितरण व राशि वसूलने के पीछे कंपनी का उद्देश्य है कि क्षेत्र के लोग ही इस काम को आसानी से कर सकेंगे। इससे चोरी रुकेगी और बकाया जैसी समस्या भी नहीं आएगी। वर्तमान में इन क्षेत्रों में बिजली बिल वसूली में कंपनी को खासी दिक्कतें आ रही हैं। चूंकि क्षेत्र के लोग ही बिल बांटेंगे तो रहवासी चुकता भी कर देंगे। इन क्षेत्रों में विद्युत कंपनी के सबसे ज्यादा बकाया है।
नागदा में निजी एजेंसी करेगी बिल वसूली
नागदा मेंं जल्द ही निजी कंपनी उपभोक्ताओं से बिल वसूली करेगी। इसके लिए टेंडर जारी किए जा रहे हैं। कलेक्शन एजेंसी के कर्मचारी उपभोक्ताओं के घर जाएंगे और मौके पर ही राशि जमा कर रसीद देंगे।
बीपीएल उपभोक्ता को नि:शुल्क कनेक्शन
विद्युत कंपनी की ओर से अब बीपीएल श्रेणी के उपभोक्ताओं नि:शुल्क विद्युत कनेक्शन देना शुरू किए हैं। केंद्र की सौभाग्य योजना के तहत बीपीएल उपभोक्ताओं के यहां विद्युत मीटर, केबल सहित सारे काम निशुल्क होंगे। नईसड़क जोन में ऐसे छह कनेक्शन दिए गए हैं।
९० करोड़ बकाया, ५४ फीसदी लॉसेस
विद्युत कंपनी का शहर में करीब ९० करोड़ रुपए का बकाया है। वहीं पूर्वी शहर में २० तो पश्चिम शहर में ५४ फीसदी तक लाइन लॉसेस है। लॉसेस के पीछे बिजली चोरी है। करीब दो दर्जन बस्तियों में लाइन लॉसेस सबसे ज्यादा है।
शहर में पायलेट प्रोजेक्ट के तहत पिछड़ी बस्तियों में महिला स्वसहायता समूह को बिल वितरण व राशि वसूलने की योजना है। अगले सात-आठ दिन में इसकी घोषणा हो जाएगी। योजना सफल हुई तो इसे आगे भी लागू करेंगे।
केतन रायपुरिया, अधीक्षण यंत्री, विद्युत कंपनी
Published on:
15 Oct 2017 11:56 am
बड़ी खबरें
View Allउज्जैन
मध्य प्रदेश न्यूज़
ट्रेंडिंग
