प्रशासक संदीप कुमार सोनी ने बताया कि भक्तों को गणेश मंडपम से भगवान महाकाल के दर्शन कराए जा रहे हैं। बताया जा रहा है 31 दिसंबर व 1 जनवरी को दर्शनार्थियों की संख्या 6 लाख तक पहुंच सकती है. ऐसे में भक्तों को त्रिवेणी संग्रहालय से मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा। गणेश मंडपम से महाकाल दर्शन करने के बाद महाकाल लोक के पिनाकी द्वार से भक्त बाहर आएंगे। जूता स्टैंड त्रिवेणी संग्रहालय के सामने पार्किंग में रहेगा।
महाकाल मंदिर परिसर में बंद नहीं होगा प्रवेश
इस बार 31 दिसंबर व 1 जनवरी को परिसर में प्रवेश चालू रहेगा। विशेष पर्व व त्यौहारों पर अत्यधिक भीड़ होने की स्थिति में अब तक परिसर में प्रवेश बंद कर दिया जाता था। इससे परिसर के अन्य मंदिरों में सन्नाटा पसरा रहता था। परिसर स्थित मंदिरों के पुजारी इस व्यवस्था का विरोध करते रहे हैं इसलिए इस बार परिसर में भक्तों का प्रवेश चालू रखा गया है।
31 दिसंबर व 1 जनवरी के दिन आनेवाले लाखों भक्तों के लिए इंदौर रोड स्थित मेघदूत वन तथा हरसिद्धि के पीछे कर्कराज मंदिर परिसर में पार्किंग की व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही भगवान महाकाल के तुरंत दर्शन के लिए मंदिर समिति ने देश विदेश से आने वाले भक्तों के लिए 250 रुपए की शीघ्र दर्शन टिकट की आनलाइन सुविधा भी उपलब्ध करा दी है। इसके लिए मंदिर की वेबसाइट पर जाकर श्रद्धालु शीघ्र दर्शन टिकट आप्शन पर क्लिक करे यूपीआइ से 250 रुपए चुकाकर शीघ्र दर्शन टिकट आनलाइन प्राप्त कर सकते हैं।
नए साल में उमड़ने वाली श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए मंदिर समिति ने दर्शन व्यवस्था में बदलाव कर महाकाल लोक से ही सभी को प्रवेश देने का निर्णय लिया है। ऐसे में मानसरोवर भवन पहुंचने के बाद महज 40 मिनट में बाबा महाकाल के दर्शन होंगे। दर्शन दिनभर सतत चलेंगे। महाकाल मंदिर रात 10.40 बजे तक खुला रहेगा।