उज्जैन.
बिजली समस्या को लेकर वर्षों से जूझ रहे पाश्र्वनाथ कॉलोनी के रहवासियों को फिलहाल कोई राहत नहीं मिली है। समस्या का निराकरण तो दूर, शांति पूर्वक आंदोलन कर रहे रहवासियों को मंच हटाने तक के लिए मजबूर होना पड़ा है। हालांकि रहवसियों कॉलोनी के अंदर नया मंच बनाकर अपनी क्रमिक भूख हड़ताल को जारी रखा है।
देवासरोड स्थित पाश्र्वनाथ सिटी में बिजली सप्लाई की समस्या को लेकर मंगलवार को महत्वपूर्ण बैठक प्रस्तावित थी। इसमें स्थानीय जनप्रतिनिधि व अधिकारियों के साथ ही विद्युत कंपनी के एमडी और पाश्र्वनाथ डेवलपर के साथ रहवासियों का प्रतिनिधि मंडल शामिल होना था। रहवासी संघ अध्यक्ष नमीष शर्मा ने बताया कि प्रस्तावित बैठक नहीं हुई है। इस संबंध में रहवासियों को किसी प्रकार की सूचना भी नहीं दी गई है। बैठक के संबंध में विद्युत कंपनी के एसई पीएस चौहान से चर्चा करना चाही लेकिन वे उपलब्ध नहीं हुए।
शाम को हटाया मंच
रहवासी संघ अध्यक्ष शर्मा ने बताया, रहवासियों ने आंदोलन शुरू करने से पूर्व प्रशासन को आवेदन प्रस्तुत कर मंच लगाने की अनुमति मांगी थी। १२ दिन तक प्रशासन की ओर से कोई जवाब प्राप्त नहीं हुआ। मंगलवार को एसडीएम की ओर से अनुमति नहीं देने आशय का पत्र प्राप्त हुआ। इसके बाद पुलिलकर्मी प्रदर्शन स्थल पर पहुंचे और अनुमति नहीं होने के कारण मंच हटाने का कहा। शर्मा के अनुसार, शाम को मंच हटाकर कॉलोनी परिसर में शिफ्ट किया जा रहा है।
महिलाओं ने सीएम से मांगा राखी का उपहार
रहवासियों ने मंगलवार को १३वे दिन क्रमिक भूख हड़ताल जारी रखी। सीमा शिंदे, अश्विनी येवले, वर्षा शर्मा, पूर्वा शर्मा, अनीता शर्मा, सुषमा शर्मा, निशा मेहता, बबिता साईमन, वर्षा सिसोदिया, सुनीता उपाध्याय, अर्पित सोमानी, अरुणा चावडा, साक्षी आंवले, मनीषा पटेरिया, हेमलता, रेणुका लुहान, चंद्रकांता सूर्यवंशी के नेतृत्व में धरना दिया गा। रहवासी समिति की महिला संचालक सीमा शिंदे व अश्विनी येवले ने कहा कि हम सभी बहनें आशा करती है कि मुख्यमंत्रीजी व मंत्रीजी रक्षाबंधन के पूर्व हमें रिटर्न गिफ्ट के रूप में बिजली की समस्या से निजात दिलाने का तोहफा देंगे।