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शिप्रा के लिए हरियाली परियोजना, अगले वर्ष 2.5 लाख पौधों का रोपण

 शिप्रा को प्रवाहमान बनाने के लिए बनाई गई हरियाली परियोजना में अगले वर्ष 2.5 लाख पौधों का रोपण किया जाएगा। इसकी पौध को त्रिवेणी नर्सरी में ही तैयार कर रहा है। 

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Lalit Saxena

Sep 14, 2016

Shipra the greening project

Shipra the greening project

उज्जैन. शिप्रा को प्रवाहमान बनाने के लिए बनाई गई हरियाली परियोजना में अगले वर्ष 2.5 लाख पौधों का रोपण किया जाएगा। इसकी पौध को त्रिवेणी नर्सरी में ही तैयार कर रहा है। इस वर्ष पौध उपलब्ध नहीं होने से पौधों को अन्य जिलों से खरीदना पड़ा था। योजना अंतर्गत अब तक 28 हजार पौधे रेपे जा चुके हैं। अंबोदिया ग्राम के आसपास बुधवार से पौधारोपण शुरू किया जाएगा।

पौध तैयार की जा रही
इंदौर रोड स्थित मोती नगर के समीप स्थित त्रिवेणी विहार नर्सरी में हरियाली परियोजना के अंतर्गत अगले वर्ष पौधरोपण किए जाने के लिए पौध तैयार की जा रही है। इसके लिए धामनोद से नर्मदा की बालू और मिट्टी मंगवाई गई है। नर्सरी प्रभारी अनिल सेन ने बताया कि बगैर बालू मिलाए मिट्टी भरभरी हो जाती है, जिससे पौध ठीक ढंग से तैयार नहीं हो पाती है। पौध को पॉली हाउस में तैयार किया जा रहा है। पॉली हाउस में पौध 2 से 3 दिन में ही तैयार हो जाती है। इसके पश्चात इसे प्लास्टिक के पैकेट में मिट्टी भरकर रोपा जाता है। 20 हजार पौधे तैयार कर लिए गए हैं। जनवरी तक 50 हजार पौधे तैयार कर लिए जाएंगे।

छायादार के साथ फलदार पौधे भी शामिल
रेंजर जीपी मिश्रा ने बताया हरियाली परियोजना में अब तक केवल छायादार पौधे जैसे करंज, नीम, पीपल, बरगद, कनेर, पारस पीपल सहित अन्य पौधों का रोपण किया जा रहा था, लेकिन अब अब फलदार पौध जाम, सीताफल, आंवला, नींबू आदि की पौध भी तैयार की जा रही है। किसानों को हरियाली परियोजना से जोडऩे के लिए यह निर्णय लिया है। किसानों की निजी भूमि पर फलदार पौधे लगाए जाएंगे। इसकी पौध त्रिवेणी नर्सरी में तैयार हो रही है।

आज से होगा काम
एसडीओ एचएस खिंची ने बताया कि हरियाली परियोजना के तहत अब तक 28000 पौधों का रोपण किया गया है। गोयला खुर्द, प्रशांतिधाम, गंगेड़ी, कोल्हूखेड़ी, भैरवगढ़ पुल, विक्रांत भैरव, कर्कराज मंदिर में इन पौधों का रोपण किया गया है। रंजीत हनुमान मंदिर स्थित शासकीय भूमि पर फिलहाल पौधरोपण शुरू नहीं किया जा सका है। कीचड़ की वजह से यह स्थिति निर्मित हो रही है। अंबोदिया डैम के आसपास बुधवार से पौध रोपण शुरू किया जाएगा। यहां 5000 पौधे लगाने की योजना है।


ढाई लाख का लक्ष्य
- 2.5 लाख पौधों का लक्ष्य है। तराना, बडऩगर सहित अन्य समितियों के माध्यम से पौध को तैयार करवाया जा रहा है। बंबू मिशन के तहत 1 लाख बंास का रोपण भी उक्त लक्ष्य में शामिल है। शिप्रा किनारे अगली जुलाई से इन पौधों का रोपण किया जाएगा। राजीव कुमार मिश्रा, डीएफओ

शासन ने देरी से उपलब्ध कराई जमीन
- इस वर्ष शासन ने जमीन उपलब्ध कराने मेें काफी समय लिया। जिस वजह से उम्मीद से कम ही पौधरोपण हो पाया है। उपलब्ध भूमि पर हम बेहतर स्थिति में हैं। महिदपुर में भी शासकीय भूमि पर पौधरोपण की तैयारी की जा रही है। सितंबर के अंत तक जहां-जहां भूमि उपलब्ध कराई गई है वहां पौधरोपण किया जाएगा। बीएस अन्निगैरी, सीसीएफ

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