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काम वाली बाई ने सबसे पहले देखा
जानकारी के अनुसार, खंडवा निवासी 22 वर्षीय मुर्तजा अली पिता इदरीस अली पिछले एक साल से नागदा में रह रहे थे। यहीं वो समाज के बच्चों को धर्म की शिक्षा देते थे। वह आजाद चौक स्थित मिर्ची बाजार में जाबीर भाई के मकान में अकेले रहते थे। रविवार की सुबह जब घर की साफ सफाई करने वाली बाई पहुंची, तो उसने देखा कि, घर का मुख्य दरवाजा खुला था। वह सीढ़ी के पास गिरे पड़े हैं। फर्श पर खून फैला था। उसने फौरन समाज के लोगों को खबर दी। धर्मगुरु की संदेहास्पद मौत की खबर लगते ही बोहरा समाज के लोग मौके पर इकट्ठे हो गए।
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इस तरह हुई होगी मौत- एएसपी
घटनास्थल पर पहुंचे एएसपी आकाश भूरिया ने संभावना जताते हुए कहा कि, सीढ़ी से उतरते समय शायद उनका पैर फिसल गया होगा। ऐसी आशंका इसलिए भी लगाई जा सकती है क्योंकि, शरीर पर किसी तरह के संघर्ष के निशान नहीं पाए गए हैं। एफएसएल टीम भी बारीकी से जांच कर रही है। वहीं, थाना प्रभारी श्यामचंद्र शर्मा ने बताया कि, कमरे में भी किसी तरह की लूटपाट जैसी स्थिति नहीं दिख रही है। घर का सभी सामान और कपड़े व्यवस्थित रखे दिख रहे हैं। सिर से ज्यादा मात्रा में खून बह जाने के चलते मौत की संभावना है।
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पोस्टमार्टम रिपोर्ट तय करेगी जांच की दिशा- टीआई
मेनगेट खुला होने के बारे में टीआई श्यामचंद्र शर्मा का कहना है कि, समाज के लोगों ने बताया कि सोने से पहले धर्मगुरु मेनगेट बंद करते थे। हो सकता है कि दरवाजा बंद करने से पहले ही उनके साथ ये हादसा हुआ हो, जिसके चलते उनकी मौत हुई। फिलहाल, मर्ग कायम कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस का कहना है कि, पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई को दिशा मिलेगी।