
उज्जैन. देवास के हाट पिपल्या के रामेश्वर पाटीदार को 38 साल से पुलिस ढूंढ रही थी और वह लोगों की आंखों में धूल झोंक कर रहमतउल्लाह बनकर शहर के बेगमबाग में रह रहा था। इस बीच उसने पुराने दस्तावेज के आधार पर कईं बैंकों से लोन भी ले लिए और तीन निकाह भी कर डाले। पिछले कईं सालों से पुलिस उसे विभिन्न बैंकों के चेक बाउंस केस में तलाश रही थी। जब उसका राज खुला तो देवास एएसपी ने उसे उज्जैन के बेगमबाग से गिरफ्तार किया है।
देवास एएसपी प्रमोद सोनकर ने बताया कि रामेश्वर पाटीदार पिता देवीसिंह निवासी हाटपिपल्या की पिछले 11 सालों से तलाश कर रही थी। उसके कई चेक बाउंस थे। पिछले दिनों जानकारी लगी कि उज्जैन के बेगमबाग में रहने वाला रहमत उल्लाह ही रामेश्वर पाटीदार है। ऐसे में उसे गिरफ्तार किया है।
रामेश्वर ने पुराने दस्तावेज पेश कर देवास की बैंकों से लोन ले रखे थे। उसने 38 साल पहले ताराबाई नामक महिला से शादी की थी। इसके बाद उसने देवास की ही रहने वाली मेहराजबी से शादी कर ली और उज्जैन में आकर रहमत उल्लाह बन कर रहने लगा। बताया जाता है कि यहीं उसने धर्म परिवर्तन भी कर लिया था। इसके बाद 1985 में रहमत उल्लाह बने रामेश्वर ने मेहराज बी की पूर्व पति से पैदा हुई बेटी चांदबी का निकाह फाजलपुरा में रहने वाले ड्राइवर इस्लाम अंसारी से करवा दिया। बाद में चांद बी को भी फंसा कर पति को तलाक दिलवा उससे निकाह कर लिया।
रहमत उल्लाह बने रामेश्वर ने पुराने दस्तावेज के आधार पर देवास की तीन बैंकों से लोन ले रखे हैं। जिनमें उसके चेक बाउंस हो चुके हैं। ऐसे रामेश्वर के खिलाफ 138 में प्रकरण दर्ज किया गया था। इन मामलों में पुलिस पिछले 11 साल से तलाश रही थी। जब भी पुलिस उसके ठिकाने पर पहुंचती तो पता चलता कि उसके नाम का व्यक्ति वहां सालों पहले रहा करता था। इसके बाद पुलिस को जानकारी लगी कि रामेश्वर उज्जैन के बेगमबाग में रहमतउल्लाह बना बेठा है तो उसे गिरफ्तार कर सख्ती से पूछताछ की जिसमें इसका खुलासा हुआ।
Published on:
25 Oct 2021 02:50 pm
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