
उज्जैन में 36 घंटे बाद त्रिवेणी घाट से 400 मीटर दूर मिला आर्किटेक्ट का शव, एक बार आत्महत्या के इरादे से घाट पर गया और लौटा, दूसरी बार नदी में कूदा
उज्जैन. त्रिवेणी पर क्षिप्रा नदी में कूदकर आत्महत्या करने वाले आर्किटेक्ट का शव ३६ घंटे बाद नदी से मिल गया। आर्किटेक्ट आत्महत्या से पहले एक बार घाट पर गया और लौट आया था। इसके बाद फिर से गया लेकिन इस बार नदी में कूद गया। त्रिवेणी के यहां लगे सीसीटीवी में आर्किटेक्ट को घाट पर जाते और वापस लौटने के फुटेज पुलिस को मिले है। वहीं अब उसके आत्महत्या के कारणों की जांच शुरू कर दी है।
सोमवार रात ११.३० बजे त्रिवेणी घाट पर महाशक्ति नगर निवासी युवराज (२९) पिता विजय कौरव के नदी में कूदने की सूचना परिजनों को मिली थी। घाट पर पहुंचे परिजनों को युवराज का बैग, मोबाइल और बाइक मिले थे। इस पर उन्होंने पुलिस को खबर की। मंगलवार को क्षिप्रा नदी में युवराज को तलाशने के लिए अभियान भी शुरू किया, लेकिन उसका पता नहीं चला। बुधवार को युवराज का शव घटनास्थल से करीब ४०० मीटर दूर नदी में मिला। चौकीदार पीरुलाल अंबोदिया ने इसकी सूचना पुलिस के साथ ही स्थानीय गोताखोर को भी दी, जिस पर सुभाष केवट, रवि केवट, दारासिंह, अशोक, करन, राजा व अजय डोंगी लेकर नदी में पहुंचे और शव को बाहर लेकर आए। वहीं युवराज का शव नहीं मिलने पर आशंका जताई जा रही थी कि संभवत: वह सामान छोड़कर कहीं चला गया। लिहाजा त्रिवेणी के यहां लगे सीसीटीवी फुटेज निकाले गए। इसमें युवराज अपनी बाइक से घाट पर जाते हुए दिखा। थोड़ी ही देर बाद वह वापस बाइक से लौटता दिखाई दिया। इसके बाद फिर से बाइक पलटाकर घाट पर जाता देखा। हालांकि इसके बाद उसे वापस लौटते नहीं देखा। हालांकि एक मैजिक जरूर दिखाई दी लेकिन उससे पता नहीं चला। संभवत: युवराज ने पहले आत्महत्या का मन बनाया लेकिन लौट आया लेकिन दोबारा से वह घाट पर चला गया।
पति-पत्नी विवाद सहित अन्य बिंदुओं पर जांच
युवराज के आत्महत्या के बाद पुलिस अब इसके कारणों को लेकर जांच में जुट गई है। नानाखेड़ा टीआई सतनामसिंह का कहना है कि युवराज के आत्महत्या से पहले उसने किससे बात की, पति- पत्नी के बीच कैसे रिश्ते थे, दोस्त और अन्य कारणों को लेकर जांच की जाएगी। फिलहाल प्रकरण दर्ज किया गया है।
Published on:
17 Oct 2019 07:03 am
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