
181 हेल्पलाइन ने लौटाई परिवार की खुशियां, गुमशुदा बच्चों को पहुंचाया मां-बाप के पास
उन्नाव. 181 खोए और भटके हुए बच्चों के लिए मददगार साबित हो रही है। इस हेल्पलाइन की मदद से दो बच्चों को सुरक्षित उनके मां-बाप के सुपुर्द किया गया। जिसमें एक किशोर कर्नाटक राज्य के गडग से कागजी कार्रवाई पूरी कर लाया गया था, तो दूसरा 4 साल का किशोर उन्नाव रेलवे स्टेशन के पास से 181 ने रेस्क्यू किया। दोनों ही बच्चों को बाल कल्याण समिति के आदेश से उनके मां बाप के सुपुर्द किया गया। इस मौके पर बाल संरक्षण अधिकारी ने बताया कि रेलवे स्टेशन के पास से रेस्क्यू किया गया किशोर के परिवार में इसके पहले भी कई लोग भाग चुके हैं। उन्होंने किशोर के माता-पिता को बच्चों के प्रति ध्यान देने के निर्देश दिए।
भटकते हुए चला गया था गडग
बाल कल्याण समिति ने एक बार फिर अपनी उपयोगिता को सार्थक बनाते हुए कर्नाटक से गुमशुदा एक किशोर को सुरक्षित उसके परिवार जनों के बीच पहुंचाया। बच्चे को पाकर परिवारीजनों की आंखों में खुशी के आंसू आ गए। बाल कल्याण समिति गडग कर्नाटक से सुरक्षित लाया गया किशोर भटक कर गडग कर्नाटक चला गया था। जहां वह चाइल्डलाइन को प्राप्त हुआ। चाइल्ड लाइन द्वारा उन्नाव के बाल कल्याण अधिकारी से संपर्क किया गया। उसके बाद कर्नाटक के गडग चाइल्ड लाइन के अधिकारी सुरक्षित किशोर को उन्नाव लेकर पहुंची। इस संबंध में बातचीत करने पर बाल कल्याण अधिकारी ने पत्रिका से बातचीत के दौरान बताया कि विगत 29 जनवरी 2018 को अंकित पुत्र राजकुमार निवासी ग्राम पोस्ट गुलरिहा थाना मौरावा, कर्नाटक राज्य के गडग जिला के चाइल्डलाइन अधिकारियों को मिला था। अंकित ने चाइल्ड लाइन के अधिकारियों को अपनी पूरी जानकारी दी और बताया कि कैसे हुआ भटकते हुए यहां पहुंच गया। गडग चाइल्ड लाइन के अधिकारी उन्नाव के बाल कल्याण अधिकारी से दूरभाष पर बातचीत की और उन्हें पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी।
181 ने दी परिवारीजनों को खुशियां
बाल कल्याण अधिकारी संजय मिश्रा ने बताया कि इस विषय में बताए गए एड्रेस पर संपर्क किया और उनके माता-पिता को अंकित के मिलने के विषय में जानकारी दी गई। जिससे मां-बाप क्या आंखों में खुशी के आंसू आ गए। वहीं कर्नाटक राज्य के चाइल्ड लाइन के अधिकारियों ने अंकित को बाल कल्याण समिति गडग के सुपुर्द कर दिया। जहां पर अग्रिम आदेशों तक अंकित को राजकीय बाल गृह भेज दिया गया । संजय मिश्रा ने बताया कि बाल कल्याण समिति गडग ने उनसे फोन पर बातचीत की और विषय में इस विषय में पूरी जानकारी दी। जिसके बाद अंकित को उसके मां-बाप के सुपुर्द करने की सारी कार्यवाही पूरी की गई। उन्होंने बताया कि बालगृह बालक के कर्मचारियों द्वारा अंकित को बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत किया गया। जहां पर बालक के माता-पिता भी मौजूद थे। बाल कल्याण समिति उन्नाव के आदेश अंकित को उसके पिता राजकुमार और माता राजकुमारी के सुपुर्द किया गया। बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष अरिंदम, सदस्य मालती शर्मा, गोपी कृष्णा तिवारी द्वारा उक्त कार्रवाई पूरी की गई। इस मौके पर बाल संरक्षण अधिकारी संजय कुमार मिश्रा कल्पना श्रीवास्तव हरि विंदर सिंह मौजूद थे।
अगम को भी सौंपा गया उसके मां-बाप को
इसी प्रकार का एक अन्य घटना सदर कोतवाली क्षेत्र में सामने आई। जब 181 को जानकारी मिली कि रेलवे स्टेशन उन्नाव के पास 4 साल का किशोर रो रहा है। जानकारी मिलने पर मौके पर पहुंची 181 कि आयुषी सिंह, कल्पना श्रीवास्तव ने किशोर को लेकर बाल कल्याण समिति पहुंची। जहां उन्होंने किशोर से बातचीत की। किशोर ने अपना नाम अगम और पिता का नाम पुत्तीलाल निवासी बतक खेड़ा बिरसिंहपुर खाना माखी बताया। इस संबंध में बाल संरक्षण अधिकारी संजय मिश्रा ने बताया कि इसके पूर्व बच्चे का मेडिकल परीक्षण भी कराया गया। इसी बीच अगम के मां बाप को इस विषय में जानकारी देते हुए उन्हें बाल कल्याण समिति बुलाया गया। संजय मिश्रा ने बताया कि इसके पहले भी पुत्तीलाल के घर से लड़के भाग चुके हैं। उन्होंने पुत्तीलाल को बच्चों के प्रति सजग रहने को कहा।
Published on:
27 Apr 2018 01:17 pm
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