
मांखी से नरेंद्र नाथ अवस्थी
उन्नाव. जिले के बाहुबली विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के गांव माखी में भरी दोपहरी में भी सन्नाटे सा नजारा है। विधायक और उनके भाई के बारे में कोई बात नहीं करना चाहता। लेकिन, दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली युवती के घर पर ग्रामीणों का जमावड़ा दिखा। मांखी गांव के लोग विधायक की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे।
आक्रोशित ग्रामीणों ने बताया कि अवैध खनन, अवैध वसूली, वाहन स्टैंड सहित बालू खनन के कामों में विधायक के परिवार वालों का जिले में एकछत्र राज है। बहुत कुरेदने पर गांव वाले केवल इतना बताते हैं कि गोलीकांड के मामले में कुलदीप सिंह भाइयों के नाम सामने आए थे। लेकिन, राजनीतिक रसूख के चलते इन सभी मामलों में पीडि़त पक्ष से समझौता करवाकर मुकदमें स्पंज करवा दिए गए।
दुष्कर्म के आरोप को नहीं मानते सही
ग्रामीण आपस में भले ही इस मामले की चाहे जितनी चर्चा कर लें लेकिन अनजान व्यक्तियों के पहुंचते ही चुप्पी साध लेते हैं। मृतक के घर में भी ताला लगा है। कुछ ग्रामीणों ने कहा कि भाजपा विधायक ने कुछ अच्छे कार्य भी किए हैं। लेकिन अब उन पर गंभीर आरोप हैं। लेकिन वे भाजपा विधायक पर दुष्कर्म के आरोप को सही नहीं मानते। वे कहते हैं यह आरोप आपसी दुश्मनी का नतीजा है। वह एक सिरे से इस घटना से इनकार करते हैं।
माखी गांव छावनी में तब्दील
मांखी गांव में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है। इसलिए गांववाले अपने घरों में कैद हैं। सिर्फ अधिकारियों और पुलिस व पीएसी जवानों की चहलकदमी ही गांव के सन्नाटे को चीर रही है। विधायक कुलदीप सिह सेंगर के आवास के सामने भी भारी पुलिस बल तैनात है। विधायक आवास के इर्दगिर्द किसी को आने-जाने नहीं दिया जा रहा है। सोमवार की शाम से किसान अपने खेतों में काम करने के लिए नहीं गए। पुलिस के डर के चलते ग्रामीण मुंह खोलने को तैयार नहीं हैं।
कोठी पर लहरा चुका है सभी दलों का झंडा
राजनीतिक सफर युवक कांग्रेस से करने के बाद इन्होंने 2002 में बसपा ज्वाइन कर ली। सदर विधानसभा से चुनाव लड़े और जीते। 2007 में सपा में चले गए। 2012 के विधानसभा चुनाव में कुलदीप सिंह सेंगर भगवंत नगर से जीते। जिला पंचायत अध्यक्ष इनकी पत्नी संगीता सिंह निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में जीतीं। 2017 में इन्होंने बांगरमऊ से भारतीय जनता पार्टी से जीत दर्ज की। गांव वाले कहते हैं सेंगर साहब सत्ता की हवा को पहचान लेते हैं। गांव वाले बताते हैं कि सेंगर कोठी पर समय-समय पर विभिन्न राजनीतिक दलों का झंडा फहराता रहा है। कभी कांग्रेस,कभी बसपा, तो कभी सपा के झंडे के बाद अब भाजपा का केसरियां इनकी कोठी में लहरा रहा है। आरोप है कि विधायक के भाई अतुल सिंह ने कभी डीएसपी आर एल वर्मा को गोली मरवाई थी। एक प्रतिष्ठित अखबार के पत्रकार पर भी हमला करवाया था। लेकिन इनके बारे में ग्रामीणों से बात करने पर वे चुप्पी साध लेते हैं। इस संबंध में माखी गांव के रहने वाले कहते हैं बाहुबली विधायक से सीधे टकराने की हिम्मत किसी में नहीं है। क्षेत्र में उनकी ही तूती बोलती है।
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Updated on:
11 Apr 2018 10:45 am
Published on:
10 Apr 2018 06:59 pm
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