
देश की बढ़ती जनसंख्या पर धर्मगुरुओं में भी चिंता
उन्नाव. तेजी से बढ़ती आबादी देश के विकास में अवरोध बन रही है। जनसंख्या नियंत्रण पर समाज जागरुक नहीं हुआ तो आने वाले समय में यह बोझ बन जाएगी। मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय सभागार में आयोजित धर्मगुरुओं के सम्मेलन में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर लालता प्रसाद ने उक्त विचार व्यक्त किया। इस मौके पर सभी धर्मों के धर्म गुरु के साथ गायत्री परिवार, आर्य समाज से जुड़े लोग भी आए थे। धर्मगुरुओं ने भी अपने संबोधन में कहा कि अगर जनसंख्या इसी तरह बढ़ती रही तो आने वाले समय काफी खतरनाक वाह विस्फोटक होगा।वक्ताओं ने दो बच्चों तक सीमित रहने पर जोर दिया।
बढ़ती संख्या जनसंख्या देश के लिए विस्फोटक
जनसंख्या स्थिरता पखवाडा दिवस के अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर लालता प्रसाद ने धर्मगुरुओं के बीच कहा कि समाज में लोगों को जनसंख्या के प्रति जागरुक करने की आवश्यकता है। बढ़ती आबादी देश के लिए खतरनाक है। जो विकास में अवरोध उत्पन्न कर रहा है। उन्होंने कहा कि लोगों को परिवार नियोजन के उपलब्ध साधनों के विषय में जानकारी देनी चाहिए कि ज्यादा से ज्यादा लोग इसका प्रयोग करें। उन्होंने कहा कि जो हमारे धर्मों के सम्मानित गुरु हैं, उनकी भूमिका इस मामले में और भी अहम हो जाती है। उनके प्रयासों से जनसंख्या नियंत्रण में फर्क पड़ रहा है। सीएमओ ने कहा कि जनपद में जनसंख्या के वृद्धि दर में कमी आई है। इसी तरह प्रयास करते रहे तो हम अपने लक्ष्य को अवश्य प्राप्त करेंगे। डॉ लालता प्रसाद ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा जनसंख्या नियंत्रण व परिवार नियोजन के लिए तमाम साधन उपलब्ध करा रही है। जिसे समाज के निचले स्तर तक पहुंचाने की आवश्यकता है। जनसंख्या स्थिरता पखवाडा दिवस आगामी 11 से 25 जुलाई तक मनाया जा रहा है।
परिवार नियोजन के साधन जिला अस्पताल से लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तक उपलब्ध
परिवार नियोजन के साधन जिला अस्पताल से लेकर ब्लॉक स्तर तक के अस्पतालों पर उपलब्ध है। इस मौके पर धर्मगुरुओं ने भी जनसंख्या नियंत्रण जोर देते हुए कहा कि समाज के निचले स्तर तक दो बच्चों के महत्व को समझाने की आवश्यकता है। जनसंख्या नियंत्रण के लिए बालक और बालिकाओं की शिक्षा के लिए भी प्रयास करना चाहिए। इस मौके पर धर्मगुरुओं ने जनसंख्या नियंत्रण के साथ स्वच्छता, पेयजल, वृक्षारोपण, जल संरक्षण पर भी लोगों को जागरुक करने का आह्वान किया। धर्मगुरुओं के सम्मेलन में एसीएमओ डॉक्टर आर के गौतम, डॉ तन्मय कक्कड़ डॉक्टर ए के रावत, अर्जुन सिंह, अशोक कुमार शुक्ला, स्वास्थ्य शिक्षा सूचना अधिकारी लाल बहादुर यादव, डॉक्टर नरेंद्र सिंह, मनिंदर सिंह आदि मौजूद थे। वही धर्मगुरुओं में सिख समाज से बलविंदर सिंह, आर्य समाज से हरदेव शास्त्री, गायत्री परिवार से सिद्धनाथ श्रीवास्तव, ईसाई समाज से ऊषा मैसी, मुस्लिम समाज से नासिर अहमद खान ने जनसंख्या नियंत्रण पर अपने विचार व्यक्त किए।
Published on:
18 Jul 2018 12:28 pm
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