
घायल अधिवक्ता (फोटो सोर्स- पत्रिका)
Clash between UP police and lawyers उन्नाव में पुलिस और अधिवक्ताओं के तनाव को देखते हुए अदालत परिसर में बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है। पुलिस आरोपी अधिवक्ता को रिमांड में लेने के लिए अदालत पहुंची थी। जिसका मौके पर मौजूद अधिवक्ताओं ने विरोध किया। इस दौरान दोनों पक्षों में जमकर तनातनी दिखाई पड़ी। मौके पर मौजूद अधिवक्ताओं ने घायल अधिवक्ता को मेडिकल के लिए जिला अस्पताल ले गए। जहां उन्होंने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाया है। इधर अधिवक्ता और उसके परिवार के हमले से पुलिस को भी चोट आई है। पुलिस का कहना है कि सात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। जिसमें अधिवक्ता और उसका भाई भी शामिल हैं। जिन्हें गिरफ्तार किया गया है। शेष की तलाश जारी है। एसपी ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। जांच रिपोर्ट आने बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। मामला दही थाना क्षेत्र का है।
उत्तर प्रदेश के उन्नाव के दही थाना क्षेत्र अंतर्गत त्रिकुमान नगर में पड़ोसियों के बीच मारपीट की घटना हुई। जिसमें पहुंची पुलिस ने हस्तक्षेप किया। जिला अस्पताल पहुंचे घायल अधिवक्ता पीयूष सिंह ने बताया कि पड़ोस में रहने वाला शराब पीकर गाली गलौज कर रहा था। उन्होंने रोकने का प्रयास किया तो उनके साथ मारपीट की गई।
मौके पर दही थाना प्रभारी सिपाहियों के साथ आए और उन्होंने भी जमकर पिटाई की। घर का दरवाजा तोड़कर मां और बहन को बुरी तरह से मारा। रोते हुए उन्होंने बताया कि किस तरह से पिटाई की गई है कि वह बता नहीं सकते हैं। सूचना पाकर थाने में पहुंचे अधिवक्ताओं को भी पीटा गया। पुलिस ने एक अधिवक्ता और दो भाइयों को गिरफ्तार किया है। मेरा पैर और भाई का हाथ भी टूट गया है। डंडा, रॉड, हेलमेट जो कुछ हाथ में आया, उसी से पिटाई की गई।
पीयूष लोधी ने दही थाना प्रभारी अवनीश सिंह पर गंभीर आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि विपक्ष से पैसे लेकर उनकी पिटाई की गई है। उन्होंने अदालत में 156 (3) के अंतर्गत प्रार्थना पत्र दिया है। जिस पर दही थाना प्रभारी और भी आक्रोशित हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस के खिलाफ 156 (3) दिन की कार्रवाई करेगा। दही थाना पुलिस ने उनके भाई के खिलाफ फर्जी मुकदमा दर्ज कराया था।
हेड कांस्टेबल धर्मेंद्र कुमार की तहरीर पर दही थाना में सात लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया। जिसमें वकील पीयूष लोधी और शिवम लोधी को गिरफ्तार कर लिया। जिन्हें रिमांड पर लेने के लिए अदालत आई। इसकी जानकारी मिलते ही अदालत परिसर में अधिवक्ताओं की भीड़ इकट्ठा हो गई और उन्होंने रिमांड का विरोध किया। अधिवक्ताओं का कहना था कि पुलिस ने बिना किसी जांच के अधिवक्ताओं के खिलाफ कार्रवाई की है।
इधर अदालत ने अधिवक्ताओं के विरोध को देखते हुए रिमांड के आवेदन प्रार्थना पत्र को निरस्त कर दिया। इसके बाद अधिवक्ता पीयूष लोधी को मेडिकल के लिए जिला अस्पताल ले गए। इधर अधिवक्ताओं के हमले से सिपाही शोभित घायल हो गया। जिसे उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। अधिवक्ताओं और पुलिस के बीच तनाव को देखते हुए अदालत परिसर को छावनी बना दिया गया है। बड़ी संख्या में पुलिस वालों को लगाया गया है।
Updated on:
19 Nov 2025 06:36 am
Published on:
18 Nov 2025 09:14 pm
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