
Protest against summer camps उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाई स्कूल पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ ने समर कैंप का विरोध किया है। इस संबंध में महानिदेशक स्कूल शिक्षा उत्तर प्रदेश को ज्ञापन देकर समर कैंप का आदेश वापस लेने की मांग की है। अपने ज्ञापन में प्रदेश अध्यक्ष योगेश त्यागी ने बताया है कि परिषदीय स्कूलों की भौगोलिक सामाजिक आर्थिक स्थिति को देखते हुए 21 मई से ग्रीष्मकालीन अवकाश में समर कैंप चलाई जाने का निर्णय अव्यावहारिक है। इसकी जगह 15 जून से 30 जून के बीच समर कैंप संचालित किया जाए।
उत्तर प्रदेश के शिक्षक संगठन ने समर कैंप का विरोध किया है। उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाई स्कूल पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष योगेश त्यागी ने बताया कि इस समय जब तापमान चरम पर है। भीषण गर्मी के बावजूद शीर्ष अधिकारियों को सुविधा विहीन परिषदीय विद्यालयों की स्थितियों का एहसास नहीं है। ग्रामीण क्षेत्रों में दिन के समय बिजली भी नहीं आती है। उत्तर प्रदेश में आग बरस रही है। ऐसे में समर कैंप चलाए जाने का निर्णय किसी भी दशा में व्यावहारिक नहीं है। अनुदेशक, शिक्षा मित्र भी इस आदेश से सहमत नहीं है
प्रदेश अध्यक्ष ने बताया है कि इस प्रकार के आदेश लेने के पहले शिक्षक प्रतिनिधियों से स्थलीय स्थितियों की जानकारी लेनी चाहिए थी। इसी प्रकार के निर्णय और मनमानी को रोकने के लिए 1972 में बेसिक शिक्षा परिषद जैसी संवैधानिक संस्था का गठन किया गया था। जिसमें दोनों मान्यता प्राप्त शिक्षक संगठनों के अध्यक्ष सदस्य के रूप में शामिल है। परंतु इस संस्था को बाईपास करके मनमाने निर्णय लिए जा रहे हैं। जो की नियमों के विरुद्ध है। समर कैंप संचालित करने का निर्णय इतनी भीषण गर्मी में उचित नहीं है। यह सरकारी पैसे का अपव्यय है।
योगेश त्यागी ने बताया कि समर कैंप 15 जून से 30 जून तक संचालित किया जाए। इस कदम से विद्यालय का भी माहौल बनेगा। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि अनुदेशक, शिक्षामित्र तथा शिक्षक संगठनों के विरोध को ध्यान में रखते हुए 21 मई से 15 जून के बीच परिषदीय जूनियर हाई स्कूल में समर कैंप संचालित किए जाने का निर्णय स्थगित किया जाए। ज्ञापन में प्रदेश महामंत्री नरेश कौशिक के भी हस्ताक्षर हैं।
Updated on:
20 May 2025 07:05 am
Published on:
19 May 2025 09:06 pm
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