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उन्नाव मामलाः हिंदुओं व मुस्लिमों ने पेश की एकता की मिसाल, उपद्रवियों के दिया करारा जवाब, यूपी सरकार ने कहा यह

-यूपी सरकार ने रखा पक्ष- कहा नहीं लगे थे धार्मिक नारे.

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Hindu Muslim unity

Hindu Muslim unity

उन्नाव. बीते दो दिनों से उन्नाव (Unnao) की फिजा में फसाद की आबोहवा रही। मदरसे (Madarsa) में छात्रों के साथ हुई मारपीट और जय श्री राम (Jai Shri Ram) के नारे लगवाने के मामले से जनपद में सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने की कोशिश की गई, लेकिन पुलिस विभाग और प्रशासन की मुस्तैदी से चिंगारी को आग का रूप लेने से पहले ही शांत कर दिया है। वहीं शनिवार को हिंदू-मुस्लिम एकता (Hindu-Muslim Unity) की मिसाल भी कायम हुई। आपसी सौहार्द को बिगाड़ने वालों को मुंह तोड़ जवाब देते हुए उन्नाव में अलग-अलग मजहब के नुमाइंदों ने बैठक की। आमने-सामने बैठ कर संवाद हुआ और शहर में शांति वापस लाने का प्रण लिया गया। इन लोगों का कहना है कि उन्नाव में सदा शांति भरा मौहाल रहा है, लोग आपसी भाईचारे से साथ यहां पर रहते हैं और आगे भी ऐसा ही होगा। वहीं शुक्रवार को यूपी सरकार की ओर से अपर मुख्य सचिव (सूचना) अवनीश अवस्थी और एडीजी लॉ एंड ऑर्डर (ADG Law & Order) पीवी राम शास्त्री ने प्रेस कांफ्रेंस कर सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने वालों को स्पष्ट चेतावनी दी है।

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गुरुद्वारे में हुई बैठक-

उन्नाव के गुरुद्वारा में सर्व धर्म सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमें सभी धर्मों के धर्माचार्य व बुद्धिजीवियों ने भाग लिया। इस मौके पर अजीत पाल सिंह ने कहां की उन्नाव के इतिहास में इतनी बड़ी घटना कभी नहीं घटी है, जिससे आम लोगों को परेशानी हो । आगे भी संप्रदायिक दांतो को विफल करने के लिए हम सब इकट्ठा हुए हैं । उन्होंने बैठक में कहा कि सभी बुद्धिजीवी अपने-अपने संप्रदाय के गर्म मिजाज लोगों को समझाएं और उन्हें शांत रखें जिससे जनपद में शांति बहाल हो सके। बैठक में शहर काजी नासिक जामा मस्जिद के सदस्य सहित कई अन्य लोग भी मौजूद रहे।

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नहीं लगे थे धार्मिक नारे-
एडीजी लॉ एंड ऑर्डर पीवी राम शास्त्री व अपर मुख्य सचिव (सूचना) अवनीश अवस्थी ने कहा कि उन्नाव में क्रिकेट खेलने के दौरान दो पक्षों में आमने-सामने आ गए थे, जिनके बीच मारपीट हुई थी। स्थानीय पुलिस ने जानकारी होते ही तत्परता दिखाई और मौके पर पहुंचकर माहौल को सामान्य किया और मुकदमे भी दर्ज किए। उन्होंने आगे बता कि विवेचना में यह स्पष्ट पता चला है कि इस दौरान कोई धार्मिक नारे नहीं लगाए गए थे। यह छोटी सी घटना थी, जिसे सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की गई है। वहीं बच्चों पर केवल दबाव बनाया जा रहा है। इससे प्रदेश में संप्रदायिक माहौल को खराब करने की थी कोशिश की गई थी। अवनीश ने आगे बताया कि कानपुर नगर, अलीगढ़ व अन्य स्थानों में भी ऐसे ही तथ्यों को तोड़ मरोड़कर उन्हें पेश कर सांप्रदायिक माहौल खराब करने की कोशिश की गई है, लेकिन स्थानीय प्रशासन व पुलिस ने उसे निष्फल किया है। इसी के साथ उन्होंने स्पष्ट कहा कि कोई यदि ऐसा कोई दोबारा करेगा तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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उन्नाव एसपी ने दिया बयान-
उन्नाव के पुलिस अधीक्षक एमपी वर्मा ने मामले में कहा है कि अभी तक की गई विवेचना में जय श्रीराम के नारे लगवाने की पुष्टि नहीं हुई है। विवेचना की जा रही है। शहर में शांति है। प्रमुख स्थानों पर पुलिस फोर्स को लगाया गया है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि नामजद आरोपियों में से दो को गिरफ्तार कर लिया गया है। उनसे पूछताछ की जा रही है।

सांसद साक्षी महाराज ने डीएम-एसपी से किया संपर्क-

मामले में उन्नाव से सांसद साक्षी महाराज ने पहले तो इसकी पूरी जानकारी न होने की बात कही। एक मीडिया चैनल से बातचीक में उन्होंने कहा कि मैं कोई हस्तक्षेप नहीं कर रहा। मुझे कोई जानकारी नहीं है, मैं उन्नाव आया ही नहीं। मुझसे किसी ने संपर्क नहीं किया है। मैंने डीएम-एसपी से कहा है कि शांति बनाकर रखिए, माहौल नहीं खराब होना चाहिए। पूरी मुझे स्थिति नहीं पता है। जब तक मैं पूरी बात जान नहीं लूंगा तब तक कुछ कहूंगा भी नहीं।'