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उन्नावः पीड़िता के पिता ने जाहिर किया अपना डर, कहा हमें भी जला दिया जाएगा

उन्नाव रेप पीड़िता ने तो अपनी अंतिम सांस ले ली, लेकिन परिवार को भी जान जाने का डर सता रहा है।

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Unnao case

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उन्नाव. उन्नाव रेप पीड़िता ने तो अपनी अंतिम सांस ले ली, लेकिन परिवार को भी अभ जान से मार दिए जाने का डर सता रहा है। दुख की इस घड़ी में परिवार से राजनीतिक दलों का प्रतिनिधिमंडल मिलने पहुंच रहा है। लेकिन अंत में वह अब भी अकेले हैं व भयभीत हैं। परिवार को डर है कि उन्हें भी जलाकर मारा जा सकता है। पीड़िता के चाचा का तो कहना है कि उन्हें तो धमकी भी मिल चुकी है। ऐसे में उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी यूपी सरकार लेगी या पीड़िता के साथ जो हुआ वैसी ही किसी अनहोनी का इंतेजार करेगी? पिड़िता के पिता ने मीडिया से बातचीत में अपने बेटी को बड़ा बहादुर बताया है। उन्होंने कहा कि वह अन्याय के विरुद्ध आवाज उठाना जानती थी। वह अकेले ही परिवार की सुरक्षा के लिए सबसे लड़ रही थी, लेकिन जिस तरह उसे जलाकर मार दिया गया है, उसके बाद न्याय की उम्मीद खत्म हो गई है। हमें भी जलाकर मार दिया जाएगा। पीड़िता के पिता ने आगे कहा कि वह अपनी बेटी का चेहरा तक नहीं देख पाए है। उनकी मांग है कि आरोपियों को जल्द ही सख्त से सख्त सजा दी जाए। उन्हें फांसी नहीं मिली तो बेटी की आत्मा को शांति नहीं मिलेगी।

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आरोपियों से मिले हैं पुलिस वाले-

पिता ने कहा कि आरोपियों से पुलिस वाले मिले हुए हैं। हम पर समझौता का दबाव बनाया जा रहा है। पुलिसवालों ने हमारी शिकायत नहीं सुनी। उन्होंने कहा कि आरोपियों की फांसी या फिर उनका हैदराबाद की तर्ज पर एनकाउंटर होना चाहिए।

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चाची-चाचा ने कहा यह-
मामले पर पीड़िता के चाचा-चाची ने भी बड़ा बयान दिया है। चाची की कहना है कि उनकी भतीजी बहुत हिम्मती थी। मेरी भी दो बेटियां हैं, लेकिन उसके जैसे हिम्मत किसी में नहीं हैं। वह अकेले दम पर सबसे लड़ जाती थी। हमने उसे खो दिया है, उसकी कमी कोई पूरी नहीं कर सकता। वहीं चाचा के कहना वारदात के वक्त की बात बताई। उन्होंने कहा कि उन्नाव में वह सुबह चाय पीने गए थे, तभी फोन आया कि हम भतीजी को जला दिया गया है। हम अस्पताल पहुंचे, लेकिन तब तक उसे लखनऊ ट्रांसफर के लिए भेजा जा चुका था। हम उसे देख भी नहीं पाए। उन्होंने आखिर में आशंका जताई कि हमें भी मारा जा सकता है। हो सकता है जिस दिन सुनवाई हो, उसी दिन हमें कहीं रास्ते में मार दिया जाए।