
भारत में सिविल एग्जाम क्लियर करना हर साल लाखों एस्पिरेंट्स का सपना होता हैं। हालांकि कई बार लोगों को लगातार कोशिशों के बाद ही सक्सेस मिलती है। यूपी के मैनपुरी की अपूर्वा यादव की सक्सेस स्टोरी भी ऐसी ही है।

अपूर्वा यादव UPPCS एग्जाम में तीन बार फेल हुई लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी बल्कि कड़ी मेहनत जारी रखी। जल्द ही उनका सपना सच हो गया। उन्होंने चौथे अटेम्प्ट में सिविल एग्जाम क्लियर कर लिया। इस तरह उन्होंने UPPCS एग्जाम क्लियर करने वाली जिले की पहली लड़की का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया।

अपूर्वा ने अपनी स्कूली शिक्षा हिन्दी मीडियम स्कूल से की है। इंजीनियरिंग डिग्री कोर्स करने के लिए उन्होंने अपनी अंग्रेजी भाषा में सुधार किया। इसके लिए उन्होंने इंग्लिश प्रोग्राम्स को देखना शुरू कर दिया। इसके अलावा वो इंग्लिश नॉवेल्स भी पढ़ती थी। वो लोगों से टूटी-फूटी अंग्रेजी में बातचीत किया करती थी जबकि लोग उनका मजाक भी उड़ाते थे लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी। अपनी मेहनत और लगन के दम पर अपूर्वा ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की और मशहूर टेक कंपनी TCS में जॉब पाई।

अपूर्वा ने TCS में तीन साल तक जॉब की थी। इसके बाद उन्हें अमेरिका में जॉब करने का ऑफर भी मिला लेकिन उनका असली टारगेट तो सिविल एग्जाम को क्लियर करना था। बस इसी कारण से उन्होंने अमेरिका में ड्रीम जॉब का ऑफर ठुकरा दिया। इसके बाद वो UPSC और UPPCS एग्जाम की तैयारी में जुट गई।

हालांकि यहां भी उनके लिए राह आसान नहीं थी। लगातार तीन बार निराशा हाथ लगने के बाद साल 2016 में उन्होंने UPPSC एग्जाम क्लियर किया और 13वां रैंक हासिल किया। इस तरह अपने टैलेंट और हार्ड वर्क के दम पर अपूर्वा अपने जिले मैनपुरी की पहली महिला एसडीएम बन गई। आज सोशल मीडिया पर अपूर्वा की काफी फॉलोइंग है और उनके मोटिवेशनल स्पीच काफी ट्रेंड करते हैं। आज वो एक यूथ आइकन बनकर उभरी है।