सीसीटीवी फुटेज और कॉल डिटेल से मिली जानकारी
नहटौर के मोहल्ला बागवान छापेग्रान निवासी राजेश सैनी पुत्र चेतराम का शव 19 अप्रैल को नगीना रोड स्थित गांव डूंडाखेडी के जंगल में मिला था। परिजनों ने हत्या का आरोप लगाते तहरीर पुलिस को दी थी। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज तथा कॉल डिटेल के आधार पर जावेद जैदी पुत्र अहसान निवासी मोहल्ला काजियान तथा जाकिर पुत्र अल्लाहदिया निवासी ग्राम बैरमनगर को हिरासत में लेकर पूछताछ की। आरोपियों ने बताया कि वे दोनों कस्बा नहटौर में गैस सिलिंडर सप्लाई का काम करते हैं। उन पर कई लोगों के रुपये उधार थे।
आरोपियों ने ई-रिक्शा छीनने की रची साजिश
18 अप्रैल को वे अपने परिचित ई-रिक्शा चालक राजेश से मिले तथा उससे ब्याज पर पैसे उधार दिलाने की बाबत बात की। जिसने उन्हें रुपये ब्याज पर दिलाने का भरोसा दिलाया। वहीं बदले में कुछ रुपये लेने भी तय किए। बताया कि राजेश उन्हें ब्याज पर रुपये दिलाने को कहकर कई गांवों में ले गया, लेकिन रुपये नहीं मिले। इसी बीच आरोपियों ने राजेश का ई-रिक्शा छीनने की साजिश रची। अंधेरा होने पर गांव डूंडाखेड़ी के पास सुनसान जगह देखकर उन्होंने उसकी ई-रिक्शा रुकवाई। उसे ई-रिक्शा से उतारकर दोनों ने मिलकर उसके गले में पड़े अंगोछे से उसका गला दबाकर हत्या कर दी। 22 हजार में बेच दिया था ई-रिक्शा
राजेश के शव को सड़क किनारे खेत में डालकर उसका ई-रिक्शा को लेकर वहां से चले गए। राजेश के मोबाइल को उन्होंने धामपुर जाते समय सड़क के किनारे फेंक दिया। अगले दिन वे ई-रिक्शा को लेकर फैसल पुत्र अहसान निवासी मोहल्ला सराय कोहना थाना अमरोहा नगर जनपद अमरोहा के पास गए, जो जावेद का भांजा है। वहां जाकर उन्होंने फैसल को 22 हजार रुपये में ई-रिक्शा बेच दिया। पुलिस ने अमरोहा से फैसल को भी गिरफ्तार कर लिया तथा उसकी निशानदेही पर लूटा गया ई-रिक्शा भी बरामद कर लिया। कोतवाल धर्मेंद्र कुमार सोलंकी ने बताया कि तीनों आरोपियों का संबंधित धाराओं में चालान कर दिया गया है।