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Crime : अब शादी में डीजे पर नाचने वालों की भी निगरानी करेगी पुलिस! सीओ करेंगे समीक्षा

Crime : शादियों में डीजे बजाने को लेकर मेरठ और सहारनपुर क्षेत्र में विवाद के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इसी को देखते हुए अब निगरानी के आदेश दिए गए हैं।

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शादी में डीजे और नाचते मेहमानों का प्रतीकात्मक फोटो

Crime : सहारनपुर और मेरठ पुलिस अब शादी विवाह समेत अन्य कार्यक्रमों में बजने वाले डीजे की निगरानी करेगी। इसके साथ ही हर्ष फायरिंग पर विशेष नजर रखी जाएगी। इसके लिए बैंक्वट हॉल और स्ट्रीट कैमरों की भी सहायता ली जाएगी। शादियों में डीजे बजाने को लेकर होने वाले विवाद और हर्ष फायरिंग से होने वाली घटनाओं के बढ़ते ग्राफ को देखते हुए यह निर्णय किया गया है।

मेरठ और सहारनपुर रेंज में सर्वाधिक मामले

मेरठ जोन के एडीजी ध्रुवकांत ठाकुर ने यह निर्देश मेरठ और सहारनपुर रेंज के डीआईजी को दिए हैं। नए निर्देशों के तहत अब सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, शामली, बागपत, बुलदंशहर, बिजनौर, मेरठ और गाजियाबाद में होने वाले आयोजनों में बजने वाले डीजे की निगरानी पुलिस करेगी। इस दौरान विशेष रूप से हर्ष फायरिंग पर भी नजर रखी जाएगी। पिछले दो वर्षों में मेरठ जोन में शादी में डीजे बजाने को लेकर विवाद और बवाल के मामलों का ग्राफ बढ़ा है। इन विवादों के बढ़ते ग्राफ को देखकर एडीजी ने यह निर्णय किया गया है कि यह समाज में एक नया ट्रेंड तेजी से बढ़ रहा है जो अपराध ग्राफ को बढ़ावा दे रहा है। इसलिए इस पर निगरानी रखा जाना बेहद आवश्यक है।

पसंद का गाना चलवाने को लेकर होते हैं सबसे अधिक विवाद ( Crime )

अभी तक जो मामले सामने आए हैं उनमें एक बात ये कॉमन रही है कि सबसे अधिक झगड़े डीजे पर अपनी पसंद का गाना बजाने को लेकर हुए हैं। पुलिस जांच में सामने आया कि जब बाराती और कार्यक्रम में मौजूद अन्य लोग शराब के नशे के होते हैं तो किसी की भी बात नहीं सुनते और अपनी पसंद का गाना बजाने को लेकर अक्सर बारातियों और घरातियों या फिर आपस में ही विवाद हो जाता है। सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, बागपत और मेरठ में ऐसे सर्वाधिक मामले सामने आए हैं।

सर्किल ऑफिसर करेंगे समीक्षा

हर्ष फायरिंग और डीजे विवाद के मामलों में पुलिस की क्या कार्यवाही रही। पुलिस ने इन मामलों के कितनी गंभीरता से लिया और जांच किस स्तर तक पहुंची। इन सभी बिंदुओं पर अब सर्किल ऑफिसर यानी सीओ समीक्षा भी करेंगे। एडीजी की ओर से जारी यह निर्देश सहारनपुर और मेरठ डीआईजी की ओर से सभी जिलों के एसएसपी और पुलिस क्षेत्राधिकारियों के साथ-साथ सभी थाना प्रभारियों को भी भेज दिए गए हैं।

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