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विनाशकारी भूकंप की जद में पूर्वी हिमालय, वैज्ञानिकों ने किया बड़ा खुलासा

Earthquake in Himalayan States:वाडिया इंस्टीट्यूट ऑफ हिमालयन जियोलॉजी देहरादून के वैज्ञानिकों ने भारतीय उपमहाद्वीप के पूर्वी हिमालयी क्षेत्र में इंडो-यूरेशियन प्लेट टकराने से आने वाले भूकंपीय अध्ययनों को संकलित कर भूकंप से सर्वाधिक प्रभावित और संभावित क्षेत्रों की पहचान की है। वैज्ञानिकों ने इन राज्यों में आठ मेग्नीट्यूड तक से ज्यादा तक विनाशकारी भूकंप आने की संभावना जताई है।

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लखनऊ

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Naveen Bhatt

May 15, 2024

Scientists have predicted the possibility of a devastating earthquake in the Himalayan states

वाडिया संस्थान के वैज्ञानिकों ने पूर्वी हिमालयी राज्यों में विनाशकारी भूकंप की संभावना जताई है

Earthquake in Himalayan States:उत्तराखंड के देहरादून स्थित वाडिया इंस्टीट्यूट ऑफ हिमालयन जियोलॉजी के वैज्ञानिकों ने चिंताजनक खुलासा किया है। वैज्ञानिकों के इस शोध के मुताबिक पूर्वी हिमालय में दार्जिलिंग, सिक्किम, अरुणाचल, असम, भूटान और मिशमी हिमालय में निकट भविष्य में आठ मेग्नीट्यूड से अधिक तीव्रता के भूकंप आ सकते हैं। ये शोध अंतरराष्ट्रीय जियोलॉजी रिव्यू जर्नल में प्रकाशित हुआ है। यह शोध कार्य वाडिया संस्थान के वैज्ञानिक डॉ. अर्जुन पांडे, डॉ. आरजे पेरुमल, शोध छात्र अतुल ब्राइस, अनुसूया मोहंता ने गढ़वाल और दिल्ली विवि के सहयोग से किया है।

ये राज्य बड़े भूकंप की जद में

वैज्ञानिक शोध में असम, दार्जिंलिंग, सिक्किम, अरुणाचल के अलावा भूटान देश सर्वाधिक संवेदनशील बताया गया है। वैज्ञानिकों के मुताबिक इन राज्यों में कभी भी विनाशकारी भूकंप आ सकते हैं। वाडिया के वैज्ञानिक डॉ.अर्जुन पांडे के मुताबिक यह शोध पूर्वी हिमालय में अब तक हुए भूकंप के पुराने अध्ययनों का निष्कर्ष है। शोध में कोपिली फॉल्ट, धुबरी-चुंगथांग फॉल्ट, ब्रह्मपुत्र, डौकी, चेद्रंग, हिमालयन फ्रंटल, मिशमी, नागा, हाफलोंग, इंडस-त्सांगपो सिवनी जोन और ओल्डम फॉल्ट का अध्ययन किया गया है।

भूकंपीय क्षमता तक पहुंचने की कोशिश

वाडिया संस्थान के वैज्ञानिकों ने पहली बार पूर्वी हिमालय के प्रमुख क्षेत्रों में भूकंपीय क्षमता तक पहुंचने की कोशिश की है। शोध कार्य का उद्देश्य भविष्य के भूकंप अध्ययनों के लिए एक प्लेटफार्म प्रदान करना है। यह भूकंप की पुनरावृत्ति और एनर्जी रिलीज पैटर्न को समझने में मदद करेगा।

पूर्व के शोध भी किए संकलित

इस शोध में पूर्वी हिमालय को लेकर जितने भी शोध पहले हुए हैं, उन सभी को संकलित किया गया है। पूर्वी हिमालय के 500 साल के पुनरावृत्ति अंतराल के साक्ष्यों के आधार पर ये बताया गया है कि वे कौन से क्षेत्र हैं जहां भविष्य में बड़े भूंकप आ सकते हैं।

भूकंप से सर्वाधिक प्रभावित है हिमालयी क्षेत्र

इंडो-यूरेशियन प्लेट के आपस में टकराने से हिमालय क्षेत्र में बड़ी तीव्रता के भूकंप आते हैं। जिससे हिमालय से सटे क्षेत्रों का जीवन और बुनियादी ढांचा निरंतर प्रभावित होता है। बड़ा भूकंप कब आ जाए यह नहीं कहा जा सकता है। लेकिन ये जरूर कहा जा सकता है कि खतरनाक भूकंप किस-किस क्षेत्र में आ सकते हैं। पूर्वी हिमालय और निकटवर्ती क्षेत्रों में भी भूकंप आ रहे हैं, लेकिन यहां की स्थिति को लेकर पर्याप्त अध्ययन नहीं हुए हैं। यहां 1697, 1714 और 1950 में बड़ी भूकंपीय घटनाएं दर्ज हो चुकी हैं।