
Lucknow Pollution: लखनऊ में दीपावली के बाद वायु प्रदूषण का स्तर तेजी से बढ़ गया है, जिससे अस्थमा और सीओपीडी जैसी श्वसन संबंधी बीमारियों के मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी देखी जा रही है। सरकारी और निजी अस्पतालों की आपातकालीन सेवाएं सांस संबंधी शिकायतों वाले मरीजों से भरी हुई हैं। Lucknow's Pollution Woes: Asthma and COPD Cases Rise as AQI Spikes
एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI): लखनऊ का औसत एक्यूआई 250 से ऊपर दर्ज किया गया, जो "खराब" श्रेणी में आता है। प्रदूषण के ये उच्च स्तर फेफड़ों और हृदय के मरीजों के लिए घातक हैं।
बढ़ती शिकायतें: केजीएमयू और लोहिया संस्थान जैसे अस्पतालों में मरीजों का आना बढ़ गया है। गंभीर स्थिति वाले मरीजों को भर्ती किया गया और सामान्य स्थिति वाले मरीजों को प्राथमिक उपचार के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया। Air Quality Deteriorates in Lucknow Post-Diwali, Hospitals See Influx of Patients
सावधानी: डॉक्टरों का कहना है कि लोग मास्क पहनकर बाहर निकलें और घर में एयर प्यूरीफायर का उपयोग करें।
बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान: विशेषज्ञों ने बच्चों और बुजुर्गों को घर में ही रखने की सलाह दी है, खासकर सुबह और शाम के समय जब स्मॉग की स्थिति गंभीर होती है ।
मास्क लगाएं और जरूरत पड़ने पर ही बाहर जाएं।
इनहेलर्स और दवाओं का नियमित रूप से सेवन करें।
घर में वेंटिलेशन बनाए रखें और साफ हवा का ध्यान रखें ।
नगर निगम और अन्य प्रशासनिक इकाइयां वायु गुणवत्ता सुधारने के लिए सक्रिय उपाय कर रही हैं। हालांकि, नागरिकों की जागरूकता और भागीदारी से ही दीर्घकालिक समाधान सुनिश्चित हो सकता है। लखनऊ में प्रदूषण की इस गंभीर स्थिति को देखते हुए, हर नागरिक को अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए और श्वसन स्वास्थ्य की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए।
Published on:
04 Nov 2024 07:59 am
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