
छापेमारी में कीड़े युक्त आटे हुआ जब्त
Navratri Health Alert: नवरात्रि के अवसर पर बाजारों में बड़ी संख्या में फलाहार सामग्रियों की मांग के बीच, मिलावटी और घटिया खाद्य पदार्थों की बिक्री ने उपभोक्ताओं की सेहत पर बड़ा खतरा पैदा कर दिया है। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफएसडीए) की एक छापेमारी में डालीगंज के सर्वोत्तम गृह उद्योग से कीड़े और चीटियों से युक्त कुट्टू के आटे का भंडार पकड़ा गया। करीब एक कुंतल से अधिक कुट्टू के आटे को मौके पर ही नष्ट कर दिया गया। अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि बिना जांचे-परखे फलाहार सामग्री खरीदने से उपभोक्ताओं की सेहत को गंभीर खतरा हो सकता है।
एफएसडीए की टीम ने डालीगंज की बब्बू वाली गली में स्थित सर्वोत्तम गृह उद्योग में छापेमारी की, जहां बोरियों में रखे हुए और पैकेट्स में पैक किए हुए कुट्टू के आटे में कीड़े और चीटियां मिलीं। यह आटा खुले में बेचा जा रहा था और छोटे पैकेट्स में पैक कर मार्केट में सप्लाई किया जा रहा था। सहायक आयुक्त (खाद्य) विजय प्रताप सिंह के नेतृत्व में एफएसडीए की टीम ने आटे का सैंपल भरकर जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा, जिसके बाद उस कीड़ेयुक्त आटे को पास के मैदान में दबाकर नष्ट कराया गया। छापेमारी के दौरान फर्म के मालिक ललित अग्रवाल को नोटिस जारी कर कार्रवाई की चेतावनी दी गई।
नवरात्रि के दौरान उपवास में प्रयोग होने वाली सामग्रियों जैसे कुट्टू, सिंघाड़ा आटा, रामदाना, साबूदाना, मूंगफली, और मेवा में मिलावट की बढ़ती शिकायतों के बाद एफएसडीए की टीमों ने राजधानी के लगभग दो दर्जन प्रतिष्ठानों पर छापेमारी की। टीमों ने कुट्टू, सिंघाड़ा आटा, रामदाना, साबूदाना, मूंगफली दाना, और दूध के कुल 39 सैंपल लेकर जांच के लिए प्रयोगशाला भेजे। जिन प्रतिष्ठानों के सैंपल लिए गए उनमें मोहनलालगंज का एयर प्लाजा, विकास नगर का अपना बाजार, मड़ियांव का गुप्ता जनरल स्टोर, लाजपत नगर चौक का कुमार गृह उद्योग, और आलमबाग का आशोक किराना स्टोर प्रमुख हैं। मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी जेपी सिंह ने बताया कि यदि सैंपल फेल पाए जाते हैं, तो संबंधित प्रतिष्ठानों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
नवरात्रि के दौरान दूध और खोया की बढ़ती मांग को देखते हुए एफएसडीए की टीमों ने मिलावट की आशंका को खत्म करने के लिए चारबाग की राजा खोया मंडी और ठाकुरगंज खोया मंडी का भी निरीक्षण किया। टीमों ने यहां कारोबारियों के साथ बैठक कर उन्हें चेतावनी दी कि मिलावटी खाद्य पदार्थों का क्रय-विक्रय और भंडारण नहीं किया जाएगा। साथ ही सभी कारोबारियों से खाद्य लाइसेंस की अनिवार्यता का पालन करने की शपथ दिलाई गई।
नवरात्र जैसे पावन अवसर पर उपवास करने वालों के लिए कुट्टू, सिंघाड़ा आटा, और अन्य फलाहार सामग्रियों का सेवन सामान्य बात है। लेकिन एफएसडीए की कार्रवाई के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि घटिया और मिलावटी सामग्री बाजार में धड़ल्ले से बेची जा रही हैं, जो उपभोक्ताओं की सेहत के लिए बेहद हानिकारक साबित हो सकती हैं। ऐसे में सभी उपभोक्ताओं को सावधान रहने की जरूरत है। कोई भी सामग्री खरीदने से पहले उसकी गुणवत्ता की जांच करें और लाइसेंस प्राप्त प्रतिष्ठानों से ही खरीदारी करें।
कुट्टू का आटा उपवास के दौरान विशेष रूप से नवरात्रि में बहुत लोकप्रिय होता है, लेकिन हाल के मिलावट और घटिया गुणवत्ता के मामलों को देखते हुए, इसे खरीदते समय सावधानी बरतना बेहद जरूरी है। यहां कुछ सुझाव दिए गए हैं, जिनका पालन करके आप कुट्टू का आटा सुरक्षित रूप से खरीद सकते हैं:
हमेशा लाइसेंस प्राप्त और भरोसेमंद दुकानों या ब्रांड्स से ही कुट्टू का आटा खरीदें।
जिस दुकान या स्टोर से आप खरीद रहे हैं, उसके पास FSSAI (भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण) का लाइसेंस होना चाहिए।
पैकेज्ड कुट्टू का आटा खरीदते समय ध्यान दें कि उसकी पैकेजिंग सील हो और कोई क्षति न हो।
पैकेट पर निर्माण तिथि, समाप्ति तिथि और अन्य विवरण (जैसे ब्रांड, वजन, सामग्री आदि) की जांच करें।
खुले में रखा हुआ आटा न खरीदें, क्योंकि उसकी गुणवत्ता की पुष्टि करना मुश्किल होता है।
बड़े और प्रतिष्ठित ब्रांड्स द्वारा निर्मित कुट्टू का आटा चुनें। ये ब्रांड्स खाद्य सुरक्षा और गुणवत्ता मानकों का पालन करते हैं।
स्थानीय बाजारों में बिकने वाले अनब्रांडेड आटे से बचें, क्योंकि उनमें मिलावट होने की संभावना अधिक हो सकती है।
कुट्टू का आटा आमतौर पर हल्के भूरे रंग का होता है। यदि इसका रंग असामान्य रूप से गहरा या फीका है, तो यह खराब हो सकता है।
आटे की बनावट साफ और चिकनी होनी चाहिए। उसमें गंदगी, कीड़े, या कण न मिलें।
खरीदने से पहले ताजगी की जांच करें। पुराने आटे से बदबू आ सकती है या उसकी गुणवत्ता खराब हो सकती है।
आटा ताजा होना चाहिए और उसमें किसी भी प्रकार की अजीब गंध नहीं आनी चाहिए।
कुट्टू का आटा लंबे समय तक ताजा नहीं रहता, इसलिए इसे छोटे बैच में खरीदें ताकि आप इसे जल्दी उपयोग कर सकें।
बड़े बैच में खरीदने पर आटा अधिक समय तक रखा रह सकता है, जिससे उसकी गुणवत्ता कम हो सकती है।
घर लाने के बाद, आटे को एक बार छानकर ही इस्तेमाल करें। इससे यदि आटे में कोई कीटाणु, कण, या अन्य अवांछित चीजें होंगी तो वे निकल जाएंगी।
FSSAI की वेबसाइट या अन्य ऑनलाइन स्रोतों पर जाकर जानकारी लें कि कौन से ब्रांड्स और दुकानदार खाद्य सुरक्षा मानकों का पालन कर रहे हैं।
कुट्टू के आटे को ठंडी और सूखी जगह पर स्टोर करें ताकि इसमें कीड़े या नमी न आए।
इसे एयरटाइट कंटेनर में रखें ताकि यह बाहरी प्रदूषण और कीड़ों से सुरक्षित रहे।
एफएसडीए (खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन) द्वारा जारी की गई रिपोर्ट्स और छापेमारी के परिणामों पर नजर रखें, ताकि आप जान सकें कि किन क्षेत्रों में मिलावटी आटा बेचा जा रहा है।
इन उपायों का पालन करके आप नवरात्रि के दौरान कुट्टू का आटा सुरक्षित रूप से खरीद सकते हैं और मिलावट या खराब गुणवत्ता वाले उत्पादों से बच सकते हैं।
Updated on:
05 Oct 2024 08:46 am
Published on:
05 Oct 2024 08:45 am
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