
चार संसदीय क्षेत्रों में बंटा कानपुर देहात जिले का मुख्यालय अकबरपुर है। इस जिले की विधानसभा सीटें इटावा, कन्नौज, जालौन और कानपुर नगर के संसदीय क्षेत्रों में शामिल हैं। सेना से वीआरएस लेकर मथुरापाल ने यहीं से अपना राजनीतिक सफर शुरू किया। अकबरपुर संसदीय क्षेत्र में केवल रनियां अकबरपुर विधानसभा सीट आती है। बाकी चार विधानसभाएं घाटमपुर, महराजपुर, बिठूर और कल्याणपुर, कानपुर नगर की हैं। यहां के मतदाताओं ने सभी पार्टियों को मौका दिया। विकास का हाल बीते 20 सालों में रसूलाबाद तहसील क्षेत्र के मरहमताबाद में हवाई पट्टी का निर्माण जरूर शुरू हुआ, लेकिन काम अधूरा ही है। यमुना की बीहड़ पट्टी की अधिकता वाले इस जिले में सिंचाई बड़ा मुद्दा है।
‘सांसद के रिपोर्ट कार्ड’ यूपी की पॉपुलर सीटों में से एक अकबरपुर लोकसभा की सीट हैं। यहां से भारतीय जनती पार्टी के 69 वर्षीय देवेंद्र सिंह भोले सांसद हैं। देवेंद्र सिंह भोले ने 2019 के चुनाव में सपा-बसपा के साझा उम्मीदवार बसपा के निशा सचान को 2,75,142 वोटों से हराकर यह सीट जीत ली।
देवेंद्र सिंह भोले की डिबेट में हिस्सेदारी मात्र 25 है
डिबेट में हिस्सा लेने का नेशनल एवरेज 45.7
यूपी के सांसदों का एवरेज 60
देवेंद्र सिंह भोले ने कोई सवाल नहीं पूछा
संसद में सवाल पूछने का नेशनल एवरेज 210
यूपी के सांसदों के सवाल पूछने का एवरेज 151
कुल मिले बजट: 9.5 करोड़ रुपए
बचा हुआ बजटः 0.62 करोड़ रुपए
समयकालः साल 2019 से लेकर 2023 तक
सोर्सः एमपी लैड्स
देवेंद्र सिंह भोले की संसद में कुल हाजिरी 87% रही है।
सांसदों के हाजिरी का नेशनल एवरेज 79%
यूपी के सांसदों के हाजिरी का एवरेज 83%
संसद के कार्यवाही में हिस्सा लेने में देवेंद्र सिंह भोले
नेशनल एवरेज से 12% आगे
स्टेट एवरेज से 4% आगे हैं
समय कालः बजट सेशन 2019 से लेकर विंटर सेशन 2023
सोर्सः पीआरएस इंडिया
देवेंद्र सिंह भोले ने कितने प्राइवेट मेंबर बिल लाएं?
सांसद देवेंद्र सिंह भोले ने पूरे पांच साल के कार्यकाल में एक भी प्राइवेट मेंबर बिल पेश नहीं किया।
(इस खबर के शोध कार्य में रागिनी राय ने मदद की है। वह पत्रिका डिजिटल के साथ इंटर्नशिप कर रही हैं।)
Published on:
02 May 2024 09:35 pm
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