एबाउट कलाम पर मिलता है इलाहाबाद का इतिहास उत्तर प्रदेश उच्चत्तर शिक्षा सेवा आयोग की वेबसाइट पर 'एबाउट इलाहाबाद' करके एक कॉलम है जिसमें इलाहाबाद से जुड़े हुए इतिहास दर्ज है। इस पेज को क्लिक करने से खुलता है तो इसमें अकबर इलाहाबादी, तेग इलाहाबादी और राशिद इलाहाबादी के नाम के आगे टाइटल वर्षों से लगा था लेकिन अब इस टाइटल के साथ छेड़छाड़ करने के बाद प्रयागराजी कर दिया गया था। मशहूर शायर के नामों के साथ बदवाल करने से विवाद खड़ा हो गया है। इलाहाबादी से प्रयागराजी करने कवियों, साहित्यकारों और शायरों में आक्रोश है, लेकिन अब आयोग ने फिर से अकबर इलाहाबादी कर दिया है।
काम और पहचान के साथ हुआ खिलवाड़ वरिष्ठ समाजसेवी अभय अवस्थी ने कहा कि इलाहाबाद का नाम अकबर इलाहाबादी से प्रदेश ही बल्कि पूरे देश में जाना जाता है। उत्तर प्रदेश उच्चत्तर शिक्षा आयोग ने नाम परिवर्तन करने की कोशिश किया लेकिन 29 दिसंबर को फिर से वेबसाइट पर नाम को वापस देने का काम किया। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी के काम से उनके नाम के साथ इलाहाबादी लगा था। आज भी युवा पीढ़ी अकबर इलाहाबादी के नाम से वाकिफ है।
यह है अकबर इलाहाबादी का परिचय अकबर इलाहाबादी ने 1846 में जिले के बारा में एक परिवार में जन्म लिया था। बचपन में उनका नाम सैयद अकबर हुसैन था और उनके पिता का नाम सैयद तफज्जुल हुसैन था। अकबर इलाहाबादी ने प्राथमिक शिक्षा घर पर पिता से प्राप्त की। इसके बाद विधि के पढ़ाई करने के बाद बतौर सरकारी कर्मचारी कार्यरत रहे। अकबर इलाहाबादी इसके साथ ही कविता और शायर भी लिखा करते थे। वह आशावादी और हास्य कवि थे। अलनी रचनाओं के दम पर उनकी पहचान अकबर इलाहाबादी के नाम फेसम पूरे देश में हो गया।
वेबसाइट को किया गया था हैक अध्यक्ष यूपीएचईएससी शरण विश्वकर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि वेबसाइट को हैक किया गया था। जैसे ही जानकारी मिली नाम का परिवर्तन पुनः वापस कर दिया गया है। साइबर क्राइम के खिलाफ मुकदमा भी पंजीकृत कराया गया है।