
तेजी से विलुप्त हो रहे जीव की 36 किलो खाल बरामद, विदेशों में सेक्स पावर बढ़ाने वाली दवाओं में किया जाता है प्रयोग
वाराणसी. राजस्व आसूचना निदेशालय की वाराणसी टीम को वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत प्रतिबंधित जीव की खाल की तस्करी मामले में बड़ी कामयाबी मिली है। डीआरआई की टीम ने मुखबिर की सूचना पर छापेमारी के करते हुए 545 (36किलो) कछुए की खाल बरामद किया। जिसकी कीमत विदेशी बाजार में करोड़ों में आकी जा रही है। साथ ही तस्करी में संलिप्त एक आरोपी के भी हिरासत में लेकर गिरोह के सदस्यों के बारे में पूछताछ कर रही है। आरोपी ने डीआरई को बताया कि बरामद कछुए की खाल शिकोहाबाद से लेकर कोलकाता जा रहा था जहां एक आदमी लेने के लिए आने वाला था। आरोपी ने बताया कि इस खाल को बंगाल के रास्ते विदेश भेजा जाना था। विदेशों में कछुए की खाल का इस्तेमाल सेक्स पावर बढ़ाने की दवाओं में किया जाता है।
डीआरआई सीनियर इंस्पेक्टर आनंद राय ने बताया मुखबिर की सूचना पर बीते दो दिनों से आरोपी को सर्विलांस किया जा रहा था। टीम ने गुरुवार को NH2 पर अखरी बाईपास के पास खड़े ट्रक के केबिन से कार्रवाई करते हुए दो बोरे में 36 किलो (545 कछुए) की खाल बरामद की गई। जिसके बाद ट्रक में मौजूद आरोपी मनीष कुमार को ट्रक समेत हिरात में ले लिया गया। आरोपी ने बताया कि कछुए की खाल उसे शिकोहाबाद के गजेद्र ने कोलकाता पहुंचाने के लिए दिया था। आनंद राय ने बताया कि कछुओं की खाल को कोलकाता के रास्ते बांगला देश और फिर मलेशिया, थाइलैंड आदि देशों में अवैध तरीके से भेजा जाता है। उन्होंने बताया कि कार्रवाई करने वाली टीम में इंटेलिजेंस अफसर लेखराज मौर्य, इंटेलिजेंस अफसर ए.वी. द्विवेदी, हेड हवलदार श्याम बिहारी शामिल रहे।
विदेशों बाजार में करोड़ों में आकी जा रही है कीमत, सेक्स पावर बढ़ाने के लिए दवा में होता है प्रयोग
बता दें कि वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत देश में तोजी से विलुप्त हो रहे कछुओं के संरक्षण के लिए इसका शिकार करना प्रतिबंधित है। लेकिन विदेशो में इनकी मांग और करोड़ों की कीमत होने के चलते इनकी तस्करी लंबे समय से की जा रही है। तस्कर मोटी रकम कमाने के चक्कर में अवैध तरीके से विदेशों में कछुए की खाल भेजते है। जानकारी के मुताबिक वहां इनका इस्तेमाल सेक्स पावर बढ़ाने की दवाओं में किया जाता है।
Published on:
02 Nov 2018 03:55 pm
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