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श्याम जी उपाध्याय ने बताया कि चार सितम्बर को जिला जज ने उनसे कहा कि अधिवक्ता संस्कृत में याचिका दायर करे और उसका हिन्दी में अनुवाद करे। उन्होंने बताया कि बनारस के एक व्यक्ति पर देश के 40 सांसदों का फर्जी हस्ताक्ष करने का आरोप लगा है जिसका मुकदमा वह संस्कृत में ही दिल्ली के पटियाला कोर्ट में लडऩे की तैयारी में है। श्याम जी उपाध्याय ने कहा कि हमारा प्रयास है कि संस्कृत को पूरी तरह से बोलचाल में लाया जाये। इसके लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। संस्कृत में जिरह करने में आने वाली समस्या के प्रश्र पर कहा कि जब भाषा आ जाती है तो बोलने में किसी प्रकार की दिक्कत नहीं होती है।
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श्याम जी उपाध्याय ने बताया कि भारत सरकार ने संस्कृत मित्र पुरस्कार से सम्मानित किया था। तत्कालीन मानव संसाधन विकास मंत्री डा.मुरली मनोहर जोशी ने देश भर के 25 संस्कृत मित्रों को पुरस्कृत किया था इसमे आप भी शामिल थे।
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